गांधी जयंती के खुशी भरे जश्न में, स्कूल शिक्षा विभाग ने डोडा में एक रैली-शांति यात्रा 2023‘‘ का आयोजन किया।रैली का उद्देश्य महात्मा गांधी द्वारा प्रतिपादित शांति और अहिंसा के शाश्वत सिद्धांतों का प्रसार करना था। यात्रा अस्सर अनंतनाग जिले में शुरू हुई और विभिन्न गंतव्यों से होते हुए डोडा तक पहुंची।
शांति यात्रा का डाक बंगले में उपायुक्त डोडा विशेष महाजन ने मुख्य शिक्षा अधिकारी परषोतम कुमार गोरिया और अन्य अधिकारियों के साथ स्वागत किया। यात्रा का प्राथमिक उद्देश्य महात्मा गांधी की शिक्षाओं के बारे में जागरूकता पैदा करना और हमारी आधुनिक दुनिया में उनकी प्रासंगिकता को प्रदर्शित करना था।
प्रतिभागियों ने डोडा की सड़कों पर मार्च किया, उनके हाथों में महात्मा गांधी के प्रेरक उद्धरणों से सजी तख्तियां थीं और शांति और सद्भाव की वकालत करने वाले नारे लगाए। रैली का व्यापक लक्ष्य व्यक्तियों को अहिंसा का मार्ग अपनाने के लिए प्रेरित करना और अधिक शांतिपूर्ण समाज के निर्माण में सक्रिय योगदान देना था।
अनंतनाग में, कार्यक्रम का उद्घाटन गवर्नमेंट गर्ल्स मॉडल हायर सेकेंडरी स्कूल (रानीबाग) में किया गया। स्कूल शिक्षा और उच्च शिक्षा के प्रमुख सचिव, आलोक कुमार, उपायुक्त अनंतनाग, सईद फखरुद्दीन हामिद और निदेशक स्कूल शिक्षा कश्मीर, डॉ. तसद्दुक हुसैन मीर सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे। शांति यात्रा-2023 का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर के युवाओं के बीच सद्भाव और समझ को बढ़ावा देना है।
यात्रा में जिले भर के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के छात्र, शिक्षक और एनसीसी/एनएसएस स्वयंसेवक शामिल थे। प्रधान सचिव ने शांति और समृद्धि को बढ़ावा देने में शिक्षा के महत्व पर जोर दिया और कहा कि शिक्षा लोगों को एकजुट कर सकती है और विभाजन को पाट सकती है। डोडा में इस हार्दिक शांति यात्रा ने न केवल महात्मा गांधी की विरासत का जश्न मनाया, बल्कि सभी से आज के चुनौतीपूर्ण समय में शांति और अहिंसा के महत्व पर विचार करने का भी आग्रह किया।