उपायुक्त उधमपुर सचिन कुमार वैश्य ने व्यक्तिगत लाभार्थी योजनाओं तक पहुंच और सेवा वितरण की गुणवत्ता पर ध्यान देने के साथ स्कूलों में सुशासन और प्रौद्योगिकी के उपयोग के माध्यम से जीवन में आसानी को बढ़ावा देने हेतु तीसरे मुख्य सचिव सम्मेलन के संबंध में हितधारकों के साथ विस्तृत परामर्श किया।
बैठक में मुख्य योजना अधिकारी मुदस्सिर याकूब जरगर, मुख्य शिक्षा अधिकारी गीतू बंगोत्रा के अलावा निजी और सरकारी स्कूलों के प्रधानाचार्य, सहायक निदेशक योजना, सभी क्षेत्रीय शिक्षा अधिकारी, के.वी., जेएनवी, जेके बोस के प्रतिनिधि और अभिभावक उपस्थित थे।
बैठक में विभिन्न अंतर्निहित विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई, जिसका उद्देश्य स्कूलों में सुशासन से संबंधित मुद्दों जैसे स्थानांतरण प्रमाणपत्र जारी करने में आसानी, प्रवासन प्रमाणपत्र, स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण बुनियादी ढांचा, डिजी लॉकर प्रणाली, ऑनलाइन कार्यान्वयन जैसी समस्याओं की पहचान करना है।
बैठक के दौरान, छात्रों और अभिभावकों को ऐसी सेवाओं का लाभ उठाने की सुविधा प्रदान करने के लिए प्रक्रिया को सरल और आसान बनाने के लिए सभी प्रतिभागियों से सुझाव मांगे गए। डीसी ने विभिन्न स्कूलों के प्रधानों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि विभिन्न सेवाओं से संबंधित सभी प्रक्रिया तीन दिनों के भीतर पूरी की जाए।
मुख्य शिक्षा अधिकारी ने डीसी को अवगत कराया कि छात्रों के कल्याण हेतु उधमपुर जिले के स्कूलों में आईसीटी लैब, स्मार्ट क्लासरूम, सोलर पैनल जैसी विभिन्न गुणवत्ता वाली पहल शुरू की गई हैं।