अब वह समय आ गया है जब हम सभी को मिलकर प्रदूषण की समस्या के समाधान का हिस्सा बनने की आवश्यकता है, क्योंकि यह समस्या मानव अस्तित्व के लिए खतरा बन कर खड़ी हो गई है। यह विचार पर्यावरण विशेषज्ञ एवं सरकारी को-एड मल्टीपर्पज़ स्कूल के लेक्चरार डॉ. आशा किरण ने प्रकट किए।
वह एशियन ग्रुप ऑफ कॉलेजेज में विश्व पर्यावरण दिवस को समर्पित समारोह को बतौर मुख्य वक्ता संबोधित कर रहीं थीं। समारोह का आयोजन भारत सरकार के मिशन लाइफ और पंजाब सरकार के शहीद-ए-आजम स. भगत सिंह हरियावल लहर के तहत वन मंडल अफ़सर (विस्तार) सुश्री विद्या सागरी आईएफ़एस के दिशानिर्देश अनुसार वन रेंज (विस्तार) पटियाला की ओर से किया गया।
समारोह की अध्यक्षता प्रिंसिपल डॉ. संजीव मोदी ने की, जबकि प्रसिद्ध समाजसेवी एवं एशियन कॉलेज मैनेजमेंट कमेटी के महासचिव शिंगार सिंह खरौड़ मुख्य अतिथि के रूप में पधारे। फॉरेस्ट रेंज ऑफिसर (विस्तार) पटियाला सुरिंदर शर्मा और कॉलेज मैनेजमेंट कमेटी के मैंबर जगदेव सिंह खरौड़ विशेष मेहमानों के तौर पर शामिल हुए।
डॉ. आशा किरण ने विश्व पर्यावरण दिवस के ऐतिहासिक-तकनीकी पहलुओं और इस वर्ष की थीम 'प्लास्टिक प्रदूषण के समाधान' के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने विद्यार्थियों को अपनी जीवन शैली में पर्यावरण पक्षीय आदतों को अपनाने के लिए प्रेरित किया। मुख्य अतिथि शिंगार सिंह खरौड़ ने पर्यावरण संबंधी जागरूकता के लिए वन रेंज (विस्तार) पटियाला की ओर से किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।
प्रिंसिपल डॉ. मोदी ने कहा कि भारतीय संस्कृति हमेशा से पर्यावरण हितों की अनुयायी रही है। वन रेंज अफ़सर अधिकारी सुरिंदर शर्मा ने वन विभाग की आई हरियाली एप, वन खेती प्रोजेक्ट और ई-टिम्बर पोर्टल के बारे में जानकारी दी।
बीट अफ़सर अमन अरोड़ा ने मिशन लाइफ के तहत सभी को ईको फ्रेंडली लाइफस्टाइल अपनाने का संकल्प दिलाया। डॉ. परमजीत मंगत ने बाखूबी मंच संचालन किया। विद्यार्थियों के पेंटिंग, क्विज, स्लोगन, पोस्टर, भाषण मुकाबले आयोजित किए गए और विजेताओं को सम्मानित किया गया।
कैंपस में पौधारोपण अभियान चलाकर गुलमोहर व आम के 30 पौधे रोपे गए। इसके अलावा पर्यावरण साहित्य व पौधे भी बांटे गए।
इस अवसर पर वन बिलाक अफसर महिंदर चौधरी, वन बीट अफ़सर मनवीन कौर, पूजा जिंदल सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।