भारत सरकार के संसदीय कार्य मंत्रालय के तत्वावधान में संचालित की जा रही 16वीं राष्ट्रीय युवा संसद (विश्वविद्यालय स्तरीय प्रतियोगिता) के फाइनल राउंड के लिए मंगलवार को पंजाब केन्द्रीय विश्वविद्यालय, बठिंडा (सीयूपीबी) में एक विशेष सत्र का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय युवा संसद प्रतियोगिता का उद्देश्य युवाओं में लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत करते हुए उन्हें जनता के मुद्दों से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित करना और छात्र समुदाय को संसद की प्रथाओं एवं प्रक्रियाओं से अवगत करवाना है।
कुलपति, प्रो. राघवेंद्र पी. तिवारी के संरक्षण में आयोजित इस कार्यक्रम में राज्यसभा के पूर्व सांसद श्री ब्रतिन सेन गुप्ता; संसदीय कार्य मंत्रालय के उप सचिव श्री ए.बी. आचार्य; और अमृतसर लॉ कॉलेज के संस्थापक प्रधानाचार्य डॉ. एवन कुमार वैद ज्यूरी सदस्य के रूप में सम्मिलित हुए। ज्यूरी सदस्यों ने जीवंत और दिलचस्प संसदीय सत्र प्रदर्शित करने के लिए छात्रों की प्रशंसा की।
गौरतलब है कि पंजाब केन्द्रीय विश्वविद्यालय को वित्त वर्ष 2019-20 में आयोजित 15वीं राष्ट्रीय युवा संसद के विजेता और वित्त वर्ष 2017-18 में आयोजित 14वीं राष्ट्रीय युवा संसद के उप विजेता बनने का गौरव प्राप्त हुआ था। 54 मिनट के सत्र में, सीयूपीबी के छात्रों ने संसद की विभिन्न कार्यवाहियों जैसे: शपथ ग्रहण, शोक सन्देश, नए मंत्रियों का परिचय, प्रश्नकाल, शून्यकाल, विशेषाधिकार का हनन, उच्च सदन से संदेश, राष्ट्रपति कार्यालय का संदेश, विदेशी प्रतिनिधि का स्वागत, विधेयक का परिचय, विचार और पारित होना, और विधायी प्रक्रिया सरीखी संसद की विभिन्न कार्यवाहियों/प्रक्रियाओं को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करके अपने वाक् कौशल का प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर कुलपति प्रो. राघवेंद्र पी. तिवारी ने ज्यूरी सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि संसदीय कार्य मंत्रालय की यह पहल लोकतांत्रिक मूल्य प्रणाली के विषय में जागरूकता फैलाएगी और युवाओं को संसदीय प्रक्रियाओं के सुचारू कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करेगी।
कार्यक्रम संयोजक और संसदीय कार्य मंत्रालय के समूह समन्वयक प्रो. तरुण अरोड़ा ने प्रतिभागियों को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए बधाई दी और आशा व्यक्त की कि विगत वर्षों की भांति सीयूपीबी के छात्र 16वीं राष्ट्रीय युवा संसद प्रतियोगिता में अपनी छाप छोड़ेंगे और विश्वविद्यालय का नाम रोशन करेंगे। अंत में निर्णायक समिति के सदस्यों ने छह सर्वश्रेष्ठ वक्ताओं को संसदीय कार्य मंत्रालय द्वारा विशेष प्रशंसा पत्र के लिए 55 प्रतिभागियों में से 8 सर्वश्रेष्ठ वक्ताओं को चुना, जिनमें ग्रेसी शर्मा, अनुज प्रताप सिंह, राशि शर्मा, व्यापती प्रतीक, सौरभ शर्मा, निशा ओझा, कुमार अभिनव और कुणाल सिंह शामिल हैं।
इस कार्यक्रम में दिल्ली पब्लिक स्कूल, बठिंडा के प्रधानाचार्य श्री जतिंदर के. सैनी; लॉर्ड रामा पब्लिक स्कूलके प्रधानाचार्य श्री सूरज सेतिया; केन्द्रीयविद्यालय IV, बठिंडा के प्रधानाचार्य श्री अनिल कुमार सहित बठिंडा क्षेत्र के जाने-माने शिक्षाशास्त्रियों ने अपनी उपस्थिति के साथ इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। इस कार्यक्रम में पंजाब केन्द्रीय विश्वविद्यालय के डीन इंचार्ज अकादमिक प्रो. आर.के. वुसीरिका, कुलसचिव एवं परीक्षा नियंत्रक प्रो. बी.पी. गर्ग; आईक्यूएसी निदेशक प्रो. मोनिशा धीमान ने भाग लिया। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के शिक्षकों और छात्रों ने भाग लिया।