खनन सचिव अमित शर्मा ने आज विभाग की एक समीक्षा बैठक के दौरान कई मुद्दों पर चर्चा की और विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश जारी किए गए कि वे सरकार द्वारा 2022-23 के निर्धारित वित्तीय लक्ष्यों को शेष दिनों में पूरा करने के लिए प्रयास करें।बैठक में निदेशक भूविज्ञान और खनन ओ.पी. भगत, प्रबंध निदेशक जम्मू-कश्मीर मिनरल्स लिमिटेड विक्रम के. गुप्ता, संयुक्त निदेशक भूविज्ञान और खनन निसार अहमद और हरबंस लंगेह, अतिरिक्त सचिव, भूविज्ञान और खनन विभाग अरुण कोतवाल और उप सचिव आमिर राथर के अलावा जिला खनिज अधिकारी भी उपस्थित थे।
सचिव ने विभाग के अधिकारियों को उक्त उद्देश्य हेतु बिना कोई कसर छोड़े संबंधित लक्ष्यों को पूरा करने का आह्वान किया। उन्होंने विभाग के जिला खनिज अधिकारियों द्वारा हाल ही में अपनाए गए सक्रिय दृष्टिकोण की सराहना की, जो इस वित्तीय वर्ष की अंतिम तिमाही के दौरान लगभग सभी जिलों में अवैध वाहनों की लगातार जब्ती और उचित जुर्माना लगाकर आदतन अपराधियों के खिलाफ कड़े कदम उठा रहे हैं। उन्होंने उल्लेख किया कि हमारे पहले से ही ई-नीलाम किए गए खनन ब्लॉकों में अवैध खनन की प्रवृत्ति को रोकने के लिए आने वाले समय में इसे और अधिक कठोर बनाया जाना चाहिए।
अमित शर्मा को निदेशक जीएंडएम द्वारा अवगत करवाया गया कि किश्तवाड़ और जम्मू जिलों में खनन ब्लॉकों की चल रही ई-नीलामी के दौरान एक अच्छी ई-नीलामी राशि प्राप्त की गई है और उम्मीद है कि शेष ब्लॉकों से सरकार को और अधिक ई-नीलामी राशि प्राप्त होगी। अगले सप्ताह केंद्रीय खान सचिव की आगामी यात्रा के संबंध में भी एक विस्तृत चर्चा हुई जिसमें किश्तवाड़ के पाड्डर क्षेत्र में कीमती नीलम खदानों पर प्रस्तावित अन्वेषण कार्यों और आने वाले समय में यूटी में प्रमुख खनिज ब्लॉकों की ई-नीलामी के संबंध में दो महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाएगी, जिसके लिए अमित शर्मा ने अपनी टीम को निर्देश दिया कि वे आवश्यक प्रारंभिक कार्य करें और इसके लिए तथ्य और आंकड़े तैयार रखें।