कनाडा में पढ़ाई करने गए पंजाब के 700 छात्रों को वापस भेजने के मामले को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए, राज्यसभा सांसद विक्रमजीत साहनी ने आज कहा है कि इस मामले को कल नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय की संसदीय समिति की बैठक विदेश मंत्री एस जयशंकर के समक्ष उठाया जाएगा। उन्होंने पहले ही ओटावा में भारतीय उच्चायोग से बात की है और उनसे इस मामले की पूरी तरह से जांच करने को कहा है कि छात्रों को ये फर्जी पेपर किसने जारी किए थे।
दोषियों को सजा मिलनी चाहिए, लेकिन हम कनाडा सरकार से अनुरोध करेंगे कि छात्रों को डिपोर्ट न किया जाए। बल्कि उनका कनाडा के विश्वविद्यालयों में पुनर्वास किया जाए। विदेश में काम करने के इच्छुक पंजाब के युवाओं को धोखेबाज एजेंटों से सावधान रहना होगा और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के कुशल नेतृत्व में वर्तमान सरकार ने असामाजिक तत्वों पर सख्त कार्रवाई की है। हमें पंजाब के नौजवानों को हुनरमंद बनाना है, ताकि वे नशे या अपराध जैसी असामाजिक गतिविधियों में शामिल न हों।
इस क्रम में, पंजाबी नौजवानों को रोज़गार मुहैया कराने के अपने प्रयास को जारी रखते हुए, विक्रमजीत साहनी ने आज मल्टी स्किल डेवलपमेंट सेंटर, अमृतसर में सन फाउंडेशन के सहयोग से राष्ट्रीय कौशल विकास निगम द्वारा तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय जॉब मोबिलाइजेशन कैंप का उद्घाटन किया। इसके तहत ऑटोमोटिव, कारपेंटर, कंस्ट्रक्शन, ड्राइवर्स, इलेक्ट्रीशियन, एफएंडबी, हेल्थ, हॉस्पिटैलिटी, आईटी, ऑयल एंड गैस, प्लम्बर, रेफ्रिजरेशन, वेल्डर आदि जैसे विभिन्न ट्रेडों में आवश्यक कौशल और अनुभव वाले उम्मीदवारों को कनाडा, यूएसए, यूके, यूरोप, खाड़ी देश, जापान और ऑस्ट्रेलिया में संभावित रोजगार के लिए पंजीकृत किया जाएगा।
साहनी ने दृष्टिकोण रखने वाले और लायक उम्मीदवारों को एक अपील करते हुए, कहा कि पंजीकरण के बाद अप्रैल के मध्य में भाषा में माहिरता की परीक्षा होगी और मई के दौरान चयन का प्रीलिमिनरी दौर होगा। चयन का अंतिम दौर जून के मध्य में उपरोक्त देशों में संभावित नियोक्ताओं द्वारा किया जाएगा। उन्होंने स्किलिंग की आवश्यकता पर बल देते हुए, साहनी ने आने वाले चार वर्षों में घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में 50,000 नौकरियां प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
इस अवसर पर संदीप कौरा, सलाहकार एनएसडीसी भारत सरकार ने कहा कि यह मेला छात्रों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काम करने का मौका देगा और सब कुछ मुफ्त है। छात्रों का अंतिम बैच जून के महीने में भारत से रवाना होगा। पंजाब के नौजवानों से अपील करते हुए, कौरा ने कहा कि नौजवानों को उन जालसाजों से सावधान रहना होगा, जो लाखों नौजवानों को अवैध कागजात देकर विदेश भेजकर उनके करियर से खिलवाड़ करते हैं। वास्तव में भारत सरकार की इस योजना को पंजाब के हर घर तक ले जाना चाहिए और पंजाब के युवाओं को जागरूक करना चाहिए।