Saturday, 03 June 2023

 

 

खास खबरें राजस्व जिला नूरपुर में 43000 लीटर अवैध शराब जब्त बेहतर जल प्रबंधन के लिए पंजाब इजराईल के साथ रणनीतिक साझेदारी करेगा -ब्रम शंकर जिंपा प्रदेश सरकार समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए प्रतिबद्धः मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू दिल्ली पर केंद्र के अध्यादेश का हेमंत सोरेन ने भी किया विरोध, राज्यसभा में बिल के खिलाफ वोट करेगी झारखंड मुक्ति मोर्चा जनकल्याण और विकास ही सरकार का एजेंडा- मुकेश अग्निहोत्री डोडरा-क्वार तथा कोटखाई-हाटकोटी सुरंगों के निर्माण के लिए सर्वेक्षण किया जाएगा: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ज़िला फरीदकोट में अत्याधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए फंडस की कमी नहीं आने दी जाएगी: कुलतार सिंह संधवां पीएम मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के 9 साल समावेशी प्रगतिशीलता और सतत विकास लाने को समर्पित : डॉ. महेंद्र सिंह सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत 110 रुपये प्रति लीटर मिलेगा सरसों का तेल: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सांसद संजीव अरोड़ा ने जैन धर्म की प्रशंसा और परोपकारी कार्यों के लिए जवाहर लाल ओसवाल और उनके परिवार की सराहना की डॉ. बलजीत कौर ने सामाजिक न्याय विभाग में 25 क्लर्कों को सौंपे नियुक्ति पत्र ‘‘परिवर्तन पदयात्रा आपके द्वार’’ शुक्रवार को 92वें दिन जिला हिसार के बरवाला व उकलाना विधानसभा क्षेत्रों के बरवाला शहर, खेदड़, बालक एवं पाबड़ा गांवों में पहुंची ए.आई.एफ. स्कीम के सफलतापूर्वक लागू होने से पंजाब में 3300 करोड़ रुपए के खेती प्रोजेक्टों की हुई शुरुआतः चेतन सिंह जौड़ामाजरा एमपी संजीव अरोड़ा और एडीसी बैंस ने जीरो लिक्विड डिस्चार्ज सुनिश्चित करने के लिए आरती इंटरनेशनल लिमिटेड की सराहना की चेयरमैन ज़िला योजना कमेटी ने पंचायत अफसरों के साथ की मीटिंग मीत हेयर द्वारा भाखड़ा-नंगल प्रोजैक्ट का दौरा, डैम और जल भंडारण का किया निरीक्षण खेल मंत्री मीत हेयर ने जूनियर हॉकी एशिया कप विजेता भारतीय टीम को दी मुबारकबाद सांसद संजीव अरोड़ा ने लुधियाना के संबंध में विभिन्न मुद्दों पर डीसी, एमसी, ग्लाडा और जिला पुलिस के साथ बैठक की छोटा भंगाल बैजनाथ का महत्वपूर्ण क्षेत्र : किशोरी लाल संत निरंकारी मिशन द्वारा संपूर्ण भारत के 15 पर्वतीय स्थलों पर विश्व पर्यावरण दिवस का आयोजन उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने विश्व दुग्ध दिवस समारोह, पशुपालन और डेयरी क्षेत्र के समर मीट को संबोधित किया

 

नहीं थम रहा है यमुना में रेत का खनन, आदेशों की उड रही हैं धज्जियां

माफिया को प्राप्त है राजनीतिक संरक्षण, एक दशक से हो रहा है यमुना में अंधाधुंध खनन

Web Admin

Web Admin

5 दरिया न्यूज (प्रवीण कौशिक)

घरौण्डा , 27 Apr 2014

यमुना में सूनामी के बाद भी खनन माफिया ने सबक नहीं लिया है। यमुना में बाढ़ के बाद खनन का काम तेज हो गया है। अवैध खनन में लगे माफिया राजनीतिक संरक्षण के कारण बिना रोकटोक के खनन काम में लगे हुए हैं। पुलिस की मिलीभगत के कारण इस पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। करनाल में जिला खनन अधिकारी संसाधनों के अभाव के बाद भी इस क्षेत्र में काम कर रही हैं। लेकिन खान माफिया उनके प्रयासों पर पानी फैर रहे हैं। पिछले दिनों डीसी ने खनन पर अंकुश लगाने के लिए निर्देश जारी किए थे। इसके बाद भी इसका असर किसी पर नहीं हुआ है।

प्रकृति से खिलवाड

विकास के नाम पर जिस तरह से पिछले तीन दशकों से प्रकृति के नाम पर खिलवाड़ किया जा रहा है नदियों को खोखला बनाया जा रहा है पहाड़ों को डायनामाइट से खोखला किया जा रहा है। घाटों पर अवैध रूप से खनन किया जा रहा है। उसकेकारण ही यमुना में सूनामी ने बहुत कुछ तबाह कर दिया। करनाल और यमुनानगर इससे अछूते नहीं हैं। न्यायालय की रोक के बाद भी खनन अभी रुका नहीं हैं। लोगों का लालच लोगों की जिंदगी पर भारी पड़ा है। । करनाल और यमुनानगर इस बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। यदि देखा जाए तो दोनों ही जिलों में हरियाणा तथा उत्तरप्रदेश के लोगों ने यमुना में अंधाधुंंध खनन किया है। यही कारण है किे जब भी यमुना में बाढ़ आती है तो हरियाणा के क्षेत्र ही सबसे अधिक प्रभावित होते हैं। यमुना में पिछले काफी समय से कई तरह के परिवर्तन देखने को मिले हैं। हरियाणा की तरफ ढलान अधिक होने के कारण पानी इस तरफ आकर जमा हो जाता है। यमुनानगर के ताजेवाला क्षेत्र में यूपी ने अपने आपको सुरक्षित करने के लिए स्टड तथा ठीकरे बनवा लिए वहां पर मोटी दीबार भी बनवा ली। लेकिन हरियाणा के सिंचाई विभाग के अधिकारी यह काम नहीं कर पाए।

खनन एक दशक से जारी

इसके अलावा हरियाणा के क्षेत्र में अंधाधुंध रेत का खनन एक दशक से जारी है। करनाल में इंंद्री क्षेत्र में कई गांवों में यमुना किनारे सौ सौ फुट गहरे पिट बन गए हैं। रेत का खनन बड़ी मशीनें से किया जा रहा है। यूपी और हरियाणा की सीमा पर लगते गांवों में यमुना के किनारे खनन किया जा रहा है। घरौण्डा में भी जमीन धसकने का भी मामला सामने आया। पिछले तीन सालों में भारी भरकम बाढ़ की यह दूसरी त्रासदी है। सिंचाई विभाग के अधिकारी खुद इस बात को स्वीकारते हैं कि यमुना में त्रासदी का कारण अंधाधुध खनन भी है। जिला खनन अधिकारी भी इस बात को स्वीकारती हैं कि सरकार खनन को रोकने के लिए प्रयास कर रही है लेकिन प्रकृति के संरक्षण के लिए लोगों को भी काम करना चाहिए।

 

Tags: crime news haryana

 

 

related news

 

 

 

Photo Gallery

 

 

Video Gallery

 

 

5 Dariya News RNI Code: PUNMUL/2011/49000
© 2011-2023 | 5 Dariya News | All Rights Reserved
Powered by: CDS PVT LTD