अतिरिक्त मुख्य सचिव कृषि उत्पादन विभाग अटल डुल्लू ने आज केंद्र शासित प्रदेश में पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना के कार्यान्वयन की समीक्षा हेतु एक बैठक की अध्यक्षता की। बैठक विभिन्न बीमा कंपनियों से निविदा दस्तावेज की प्रतिक्रिया पर केंद्रित थी।
बैठक के दौरान, क्षेत्राधिकार सीमांकन और फसल पहचान सहित योजना के कार्यान्वयन से संबंधित तकनीकी मुद्दों पर चर्चा की गई। एसीएस ने किसानों की चिंताओं को उठाया और बीमा कंपनियों से कृषक समुदाय की मदद करने के प्रशासन के लक्ष्यों को समझने का आग्रह किया।
उन्होंने शर्तों को जल्द से जल्द अंतिम रूप देने का आह्वान किया ताकि प्रस्ताव के लिए अनुरोध जारी किया जा सके और कम समय में निविदाएं जारी की जा सकें, जिससे किसानों को लाभ हो। उन्होंने प्रतिकूल मौसम की स्थिति के कारण किसानों को नुकसान से बचाने के लिए प्रशासन के उद्देश्य पर भी जोर दिया।
प्रतिभागियों ने क्षेत्र में विभिन्न जलवायु परिस्थितियों और भौगोलिक अंतर के लिए सुझावों पर चर्चा की। बैठक में यह भी पता चला कि शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय जलवायु और अन्य प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण फसल की उपज और नुकसान की निगरानी के लिए इंटरनेट ऑफ थिंग्स प्रणाली विकसित करने पर काम कर रहा है।
बैठक में उपकुलपति स्कास्ट-के नाजिया अहमद, एपीडी में सचिव शबनम कामिली, मिशन निदेशक पीएमएफबीवाई चैधरी मोहम्मद इकबाल के अलावा बीमा कंपनियों के प्रतिनिधि और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।