Wednesday, 22 March 2023

 

 

खास खबरें मुख्यमंत्री के नेतृत्व अधीन विधान सभा की तरफ से हिमाचल प्रदेश सरकार के जल विद्युत प्रोजेक्टों पर वाटर सैस लगाने के फ़ैसले की निंदा बठिंडा शहर में 88.94 करोड़ की लागत से बनाए जाएंगे दो रेलवे ओवर ब्रिज: हरभजन सिंह ई.टी.ओ. स्वस्थ और सुरक्षित भविष्य के लिए पेड़ लगाएं और पानी बचाएं- जिलाधीश कोमल मित्तल जल के उपयोग में अपने व्यवहार में लाएं आवश्यक बदलाव: सुखविंदर सिंह सुक्खू मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व अधीन पंजाब विधान सभा की तरफ से हलवारा हवाई अड्डे का नाम शहीद करतार सिंह सराभा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के तौर पर रखने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास 'सावी की सवारी' की कास्ट से जुड़े ऋषि सक्सेना जी-20 अध्यक्षता के तहत भारत के लिए प्रमुख प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में क्षेत्रीय विभाजन को कम करना : नरेंद्र मोदी आबकारी नीति घोटाला: 5 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में मनीष सिसोदिया 'केडी' के जरिए शिल्पा शेट्टी की कन्नड़ फिल्मों में वापसी वरुण धवन, जाह्नवी कपूर स्टारर 'बवाल' 6 अक्टूबर को होगी रिलीज आईपीएल 2023: कीरोन पोलार्ड ने मुम्बई इंडियंस के साथ अपना बल्लेबाजी कोच रोल शुरू किया व्हाट्सऐप का नया अपडेट एडमिन को देगा और अधिक नियंत्रण रसिका दुगल 'दिल्ली क्राइम' सीजन 3 में नीति सिंह की भूमिका निभाने को तैयार गुल पनाग ने फीनिक्स मार्केटसिटी के पावर वूमेंस फिएस्टा का किया उद्घाटन दिल्ली बजट : बुनियादी ढांचे और स्वच्छता पर फोकस, स्थानीय निकायों को 8,241 करोड़ गुड़ी पड़वा के लिए मुग्धा चापेकर ने साझा की योजनाएं 'टाइगर 3' में सलमान-शाहरुख के एक्शन सीन के लिए बनेगा बड़ा सेट जम्मू-कश्मीर में भूकंप के झटकों से सुरक्षित विजय-स्टारर 'लियो' की टीम गूगल ने अपने एआई चैटबॉट बार्ड के लिए अर्ली एक्सेस लॉन्च किया विदेश व्यापार में युआन पर स्विच करने को तैयार रूस : व्लादिमीर पुतिन पाकिस्तान, अफगानिस्तान में शक्तिशाली भूकंप से 12 की मौत

 

भक्ति से ही प्रभु परमात्मा के साथ गहरा नाता बन सकता है - निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज

Nirankari, Satguru Mata Sudiksha ji Maharaj, Sant Nirankari charitable Foundation, Sant Nirankari Mission

Web Admin

Web Admin

5 Dariya News

पंचकूला , 06 Jan 2023

भक्ति से ही प्रभु परमात्मा के साथ  गहरा नाता  बन जाता है।यह उदगार निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज ने स्थानीय निरंकारी सत्संग भवन खानकोट अमृतसर में हुए विशाल सन्त  समागम के दौरान  हजारों की गिनती में पहुंचे श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देते हुए कहे।उन्होंने कहा कि भक्त केवल भक्ति ही मांगते हैं। 

भक्त भक्ति कोई शारीरिक सुख या भौतिक सुखों को बढ़ाने की मांग के लिए नहीं करते  हैं। भक्त  सारे संसार के लिए सुख मांगते हैं। वे यह भी मांग करते हैं कि हर एक को इस निरंकार प्रभु परमात्मा की जानकारी  प्राप्त हो, जिससे सबका जीवन  स्थिर, लालसा रहित और प्रीत प्यार वाला बन सके। 

उन्होंने "हाथ काम की ओर, और दिल निरंकार से जोड़ने" की बात को  विस्तृत करते हुए कहा कि हमें रोजमर्रा की जिंदगी में हर कार्य को करते हुए निरंकार को समर्पित करने के भाव  को अपनाना है। उन्होंने कहा कि भक्त चेतन रहते हुए भक्ति करें क्योंकि वे गृहस्थ, परिवार, समाज में संसार में रहकर अपने फर्ज निभाते हैं। 

परमात्मा को जानने के लिए अंधविश्वास की कोई जगह नहीं होती, इसलिए भक्त इसकी हर रचना को शुभ मानते हैं जिसके चलते वे ब्रह्मज्ञान को जीते जी अपनाते हैं और भ्रमों से मुक्त हो जाते हैं। सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज ने आगे फरमाया कि ब्रहमज्ञान इंसान को जीते जी भ्रमों से मुक्त करता है। 

उन्होंने कहा कि हमारे मन का नाता जब इस परमात्मा से इकमिक हो जाता है तो भक्ति दृढ़ हो जाती है। तत्पश्चात भक्ति किसी  लालसा के लिए नहीं की जाती। उन्होंने आगे फरमाया कि सत्संग में आकर ही हमारे मन के भाव सकारात्मक हो जाते हैं। इस वर्ष 75 वे निरंकारी संत समागम के मुख्य विषय "इंसानियत और रूहानियत संग संग" में नियत समान भाव को प्रकट करता है। 

जिसका भाव है कि मन का नाता जब इस प्रभु परमात्मा से  जुड़ जाता है तो हमारे इंसानी जीवन के सभी भाव सकारात्मक बन जाते हैं।उन्होंने आगे फरमाया की सेवा सिमरन सत्संग के तीनों पहलुओं से मन निरंकार  से जुड़ा रहता है। सेवा का भाव आए तो सेवा की जा सकती है। सत्संग के साथ सन्तमति को अपनाया  जा सकता है। निंदा, नफरत को छोड़कर सत्संग से अच्छे गुण प्राप्त होते हैं।

उन्होंने आगे कहा कि ब्रहमज्ञान प्राप्त करने  के उपरांत बेशक जीवन में कोई  भी दुख आए, परंतु उस दुख के प्रति एहसास बदल जाता है कि परमात्माजो  भी कर रहा है बिल्कुल अच्छे के लिए ही कर रहा है। इसी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि बेशक हम किसी महल में रहते हो या झोपड़ी में कैसी भी परिस्थिति हो प्रत्येक परिस्थिति में शुक्राने का भाव बना रहता है। 

कोई शिकवा शिकायत के भाव नहीं रहते, जिसके  कारण हमारा जीवन संसार के लिए वरदान बन जाता है। सतगुरु माता जी के प्रवचनों से पूर्व निरंकारी राजपिता रमित  जी ने फरमाया कि जिस प्रकार से युगो युगो से सभी संतो भक्तों ने समझाया कि इंसान द्वारा बनाई नफरत की दीवारें सिर्फ ब्रहमज्ञान के द्वारा ही मिट सकती है।

भौतिक दीवारों को  तो सांसारिक वस्तुओं के साथ तोड़ा जा सकता है,परंतु अज्ञानता एवं नफरत की दीवारें ब्रहमज्ञान की रौशनी के द्वारा ही मिटाई जा सकती हैं। इस अवसर पर एच एस चावला जी, मेंबर इंचार्ज ब्रांचे तथा राकेश सेठी जी, जोनल  इंचार्ज अमृतसर ने अपनी  साध संगत की और से सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज एवं निरंकारी राजपिता रमित जी का अमृतसर में पहुंचने पर आभार प्रकट किया। 

उन्होंने स्थानीय पुलिस प्रशासन, सिविल प्रशासन, राजनीतिक सामाजिक तथा धार्मिक संस्थाओं के भरपूर सहयोग के लिए सभी का धन्यवाद किया।

 

Tags: Nirankari , Satguru Mata Sudiksha ji Maharaj , Sant Nirankari charitable Foundation , Sant Nirankari Mission

 

 

related news

 

 

 

Photo Gallery

 

 

Video Gallery

 

 

5 Dariya News RNI Code: PUNMUL/2011/49000
© 2011-2023 | 5 Dariya News | All Rights Reserved
Powered by: CDS PVT LTD