भारतीय प्रबंधन संस्थान जम्मू ने अकैडमिक कापरेषन एंड फैकल्टी एक्सचेंज, संयुक्त अनुसंधान और पारस्परिक हित के अन्य प्रासंगिक क्षेत्रों के लिए लद्दाख विश्वविद्यालय के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।समझौता ज्ञापन के हिस्से के रूप में, आईआईएम जम्मू ने लद्दाख विश्वविद्यालय में ट्रांजिट ऑफ कैंपस खोला।
प्रोफेसर बी.एस. सहाय निदेशक, आईआईएम जम्मू, और प्रो. एस.के. मेहता उपकुलपति, लद्दाख विश्वविद्यालय, लेह, प्रो. जाबिर अली डीन एकेडमिक्स, आईआईएम जम्मू, प्रो. अशोक शर्मा रजिस्ट्रार, डॉ. जिग्मेत स्टोबदान वाणिज्य के सहायक प्रोफेसर, डॉ. अमजद अली अब्बासी, प्रिंसिपल जीडीसी द्रास, लद्दाख विश्वविद्यालय, और दोनों संस्थानों के अन्य संकाय और प्रशासनिक कर्मचारियों की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गये।
इस अवसर पर बोलते हुए निदेशक, आईआईएम जम्मू प्रो. बी.एस. सहाय ने कहा कि आज का दिन आईआईएम जम्मू के लिए एक ऐतिहासिक दिन है क्योंकि लद्दाख विश्वविद्यालय लेह में ट्रांजिट ऑफ-कैंपस खोलने के लिए लद्दाख विश्वविद्यालय परिसर में जगह देने पर सहमत हो गया है।
उन्होंने बताया “हम जल्द ही लद्दाख में ट्रांजिट ऑफ-कैंपस खोलेंगे। दोनों संस्थानों ने अकादमिक विकास, उद्यमिता को बढ़ावा देने, कार्यकारी शिक्षा, कौशल विकास, संयुक्त सम्मेलन आयोजित करने, अल्पकालिक शिक्षा कार्यक्रम, अनुसंधान, बूट कैंप और कई अन्य क्षेत्रों में काम करने पर सहमति व्यक्त की है।
दोनों संस्थानों के बीच सहयोग से हितधारकों के हित में सार्थक परिणाम निकलेंगे और जम्मू और कश्मीर और लद्दाख के क्षेत्रों के लिए सतत विकास होगा।इस अवसर पर बोलते हुए उपकुलपति, लद्दाख विश्वविद्यालय, लेह प्रो. एस.के. मेहता ने कहा कि आईआईएम जम्मू के सहयोग से हमें शैक्षिक और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के विकास, उद्यमिता के विकास, बेहतर प्रदर्शन से लेकर कई प्रमुख क्षेत्रों में अपनी क्षमता विकसित करने में मदद मिलेगी। दो प्रतिष्ठित संस्थानों के बीच सहयोग से लद्दाख विश्वविद्यालय के अनुसंधान आउटपुट को अग्रणी बढ़त मिलेगी।
इस साझेदारी से दोनों संस्थानों के बीच तालमेल का महत्वपूर्ण आदान-प्रदान होगा।शुरुआत से ही, आईआईएम जम्मू ने उत्कृष्ट मूल्य-आधारित गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, उच्च गुणवत्ता वाले अनुसंधान, कार्यकारी शिक्षा, परामर्श और मजबूत कॉर्पोरेट के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के लिए उच्च मानक स्थापित किए हैं। आईआईएम जम्मू क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और वैश्विक मुद्दों पर केंद्रित समकालीन शोध को प्रोत्साहित करता है।