लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (एलपीयू) ने अपने कैंपस में दस दिवसीय नॉर्थ जोन एनएसएस प्री-रिपब्लिक डे परेड ट्रेनिंग कैंप का आयोजन किया। यह भारत सरकार के युवा मामलों और खेल मंत्रालय के तत्वावधान में चंडीगढ़ में स्थित एनएसएस के क्षेत्रीय निदेशालय द्वारा आयोजित किया गया था।इस शिविर का उद्देश्य नई दिल्ली में स्थित 'कर्तव्य पथ' पर वर्ष 2023 के गणतंत्र दिवस समारोह का हिस्सा बनने के लिए उत्तरी क्षेत्र के सर्वश्रेष्ठ एनएसएस स्वयंसेवकों का चयन करना था।
हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, चंडीगढ़ और लेह और लद्दाख सहित पूरे उत्तर भारत के 5 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों के लगभग 200 एनएसएस स्वयंसेवकों ने अपने कार्यक्रम अधिकारियों के साथ उत्साहपूर्वक भाग लिया। शाम के सत्रों के दौरान, शिविर की गतिविधियों ने प्रत्येक दिन एलपीयू कैंपस में 'मिनी इंडिया' को दर्शाया ।
समापन समारोह की अध्यक्षता एलपीयू की वाइस चांसलर डॉ प्रीति बजाज ने की, जहां उन्होंने कैंप की विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से जीवन भर सीखने के लिए प्रत्येक एनएसएस वालंटियर को बधाई दी। एक उत्साहजनक दोहा साझा करते हुए, उन्होंने प्रतिभागियों को सलाह दी कि वे देश और समाज के लिए अच्छाई का योगदान सदैव जारी रखें।
परेड और सांस्कृतिक गतिविधियों में सर्वश्रेष्ठ देश के एनएसएस स्वयंसेवकों का चयन करने के लिए 'नई दिल्ली में संयुक्त राष्ट्रीय गणतंत्र दिवस शिविर' से पहले इस तरह के शिविर का आयोजन किया जाता है। देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए पांच जोनल प्री-आरडी कैंप आयोजित किए जाते हैं। ये एनएसएस स्वयंसेवकों को न केवल आपस में बातचीत करने बल्कि एक दूसरे की परंपरा, रीति-रिवाजों, भाषाओं और संस्कृतियों को जानने के पर्याप्त अवसर प्रदान करते हैं।
जोन की क्षेत्रीय निदेशक श्रीमती हरिंदर कौ र ने साझा किया कि भारत का युवा मामले और खेल मंत्रालय तथा एनएसएस विद्यार्थियों को राष्ट्र के साथ जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सीनियर डीन डॉ सोरभ लखनपाल ने विद्यार्थियों को हमेशा कड़ी मेहनत, एकाग्रता, सतर्कता, संवेदनशीलता और नेतृत्व को अपनाकर एनएसएस के आदर्श वाक्य "स्वंय सजें " का पालन करने का सुझाव दिया। एलपीयू के डिप्टी डीन और हेड, यूथ अफेयर्स विभाग, डॉ नितिन भारद्वाज ने इस महान राष्ट्रीय कार्य के लिए तालमेल किया।
स्वयंसेवकों के साथ आये विभिन्न परियोजना अधिकारियों ने साझा किया कि एलपीयू परिसर में शिविर सभी तरीकों से एक शानदार सफलता साबित हुआ। जोन के एनएसएस स्वयंसेवकों के लिए वास्तव में यह बहुत गर्व और सम्मान की बात होगी कि जब वे नई दिल्ली में कर्तव्य पथ (जिसे पहले राजपथ के नाम से जाना जाता था) में गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेंगे और 'देश के पहले नागरिक' और 'आमंत्रित अंतरराष्ट्रीय गणमान्य व्यक्ति' को सलाम करेंगे।
इस 10 दिवसीय क्षेत्रीय शिविर में "श्रमदान", योग, सामुदायिक गायन, परेड अभ्यास, अकादमिक व्याख्यान, चर्चा, बहस और शाम के सांस्कृतिक कार्यक्रम जैसी गतिविधियाँ शामिल थीं। शिविर के विभिन्न दिनों में स्वयंसेवकों के लिए भ्रमण यात्राएं और आतिथ्य कार्य भी थे।