Friday, 31 March 2023

 

 

खास खबरें ‘‘परिवर्तन पदयात्रा आपके द्वार’’ का वीरवार को 33वां दिन आईपीएल 2023: संजय मांजरेकर को उम्मीद..गुजरात टाइटंस पिछले सत्र का आत्मविश्वास आगे लेकर जाएंगे श्रेयस अय्यर ने एनसीए में रिपोर्ट किया आईपीएल 2023 : शुरूआती चरण में चूके हेजलवुड, आरसीबी के पहले मैच के लिए ग्लेन मैक्सवेल पर संदेह मियामी ओपन: सोराना कर्स्टी ने आर्यना सबालेंका को किया अपसेट, पहली बार डब्लूटीए 1000 सेमीफाइनल में 'मैदान' का टीजर हुआ रिलीज, भारतीय फुटबॉल के 'स्वर्ण युग' की कहानी व्यापार में सुगमता के लिए प्रदेश में स्थापित होगा निवेश ब्यूरो: सुखविंदर सिंह सुक्खू रोहित शर्मा जो कहना चाहते थे उसे कहने से वह नहीं डरते : अनिल कुंबले ट्विटर ने फ्री, बेसिक, एंटरप्राइज टियर के साथ नया एपीआई लॉन्च किया 'पोन्नियिन सेलवन 2' : मणिरत्नन की ग्रैंड फिल्म का ट्रेलर रिलीज मियामी ओपन : कार्लोस अल्काराज-टेलर फ्रिट्ज, पेट्रा क्वितोवा-एकातेरिना एलेक्जेंड्रोवा क्वार्टर फाइनल बारिश के कारण पुनर्निर्धारित मानहानि मामला : पटना की अदालत ने राहुल गांधी को 12 अप्रैल को किया तलब आईपीएल 2023 : नवनियुक्त उप-कप्तान अक्षर पटेल आईपीएल 2023 सीजन में अपनी नई भूमिका निभाने को लेकर उत्साहित स्पेन मास्टर्स: सिंधु, श्रीकांत, प्रणीत दूसरे दौर में, सात्विक-चिराग ने मैच छोड़ा फिलीपीन नौका में आग लगने से 10 लोगों की मौत, 230 को बचाया गया गूगल ने कहा, बार्ड के लिए नहीं की चैटजीपीटी की नकल अपने बिंग चैट में विज्ञापन ला रहा माइक्रोसॉफ्ट सीरिया में आंधी से सात की मौत लियाम लिविंगस्टोन आईपीएल 2023 में पंजाब किंग्स का पहला मैच नहीं खेल पाएंगे : रिपोर्ट मोरक्को में सड़क दुर्घटना में पांच की मौत, 27 घायल मिकी आर्थर बनेंगे पाकिस्तान के सलाहकार टीम निदेशक, मोर्न मोर्कल गेंदबाजी कोच

 

Sukhbir Singh Badal पुलिस फायरिंग मामले में दूसरी बार एसआईटी के सामने पेश हुए

Sukhbir Singh Badal, Shiromani Akali Dal, SAD, Akali Dal, SIT, Special Investigation Team

Web Admin

Web Admin

5 Dariya News

चंडीगढ़ , 14 Sep 2022

गुरुग्रंथ साहिब के कथित अपमान के विरोध में 2015 में कोटकपुरा पुलिस ने भीड़ पर गोलीबारी की थी। इस मामले में शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर बादल बुधवार को इस महीने दूसरी बार विशेष जांच दल (एसआईटी) के सामने पेश हुए। 

बादल उस घटना के समय शिअद-भाजपा गठबंधन सरकार में उपमुख्यमंत्री थे और गृह विभाग संभाल रहे थे। इससे पहले, एसआईटी ने 6 सितंबर को सुखबीर बादल को तलब किया था और बहबल कलां फायरिंग मामले में उनसे तीन घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी। 

कोटकपुरा और बहबल कलां दोनों के मामले आपस में जुड़े हुए थे और घटना गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी के बाद हुई थी। उस वक्त फरीदकोट में बेअदबी का विरोध कर रहे लोगों पर पुलिस ने फायरिंग कर दी थी। बहबल कलां में प्रदर्शनकारियों पर हुई गोलीबारी में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि कोटकपुरा में कुछ लोग घायल हो गए। 

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) एल.के. यादव गोलीबारी की दोनों घटनाओं की जांच कर रहे हैं। एसआईटी ने इससे पहले बेअदबी मामले में पूर्व पुलिस महानिदेशक सुमेध सिंह सैनी से पूछताछ की थी। सैनी को तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने राज्य में बेअदबी की घटनाओं और उसके बाद हुई हिंसा के बाद शीर्ष पुलिस पद से हटा दिया था, जिसमें पुलिस बल पर ज्यादती का आरोप लगाया गया था। 

बेअदबी की कथित घटनाओं और बाद में प्रदर्शनकारियों पर पुलिस फायरिंग के मामले में पिछली कांग्रेस सरकार द्वारा नियुक्त आयोग का नेतृत्व करने वाले न्यायमूर्ति रंजीत सिंह (सेवानिवृत्त) ने तत्कालीन मुख्यमंत्री और अकाली दल के मुखिया प्रकाश सिंह बादल व तत्कालीन डीजीपी सैनी को इस मामले में लपेटा था। 

आयोग के अध्यक्ष जस्टिस रणजीत सिंह ने इसके अलावा, सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा की आलोचना की थी, जिसके प्रमुख और स्वयंभू संत गुरमीत राम रहीम सिंह अपने दो शिष्यों से दुष्कर्म के आरोप में 20 साल की जेल की सजा और एक पत्रकार की हत्या के आरोप में उम्रकैद की सजा काट रहे हैं। 

न्यायमूर्ति सिंह ने जनवरी में अपनी 423 पन्नों की किताब 'द सैक्रिलेज' के विमोचन पर यह टिप्पणी की थी। न्यायमूर्ति सिंह ने यहां किताब के विमोचन के मौके पर आईएएनएस को बताया था, "सबूत के आधार पर निष्कर्ष तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और तत्कालीन पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) सैनी दोनों के खिलाफ जाता है। 

उन्होंने बेअदबी की घटना के बाद प्रदर्शनकारियों पर पुलिस फायरिंग पर उचित भूमिका नहीं निभाई थी।"पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने 9 अप्रैल, 2021 को पिछली पुलिस एसआईटी रिपोर्ट को खारिज कर दिया था, जिसने बादल को क्लीन चिट दी थी और राज्य सरकार को एक नई टीम गठित करने का निर्देश दिया था। 

उच्च न्यायालय ने न केवल जांच को खारिज कर दिया था, बल्कि तरीकों पर भी संदेह जताया था और आईपीएस अधिकारी कुंवर विजय प्रताप सिंह को जांच कर रही एसआईटी के पुनर्गठन का आदेश दिया था, जो अब आप विधायक हैं। 

उच्च न्यायालय के निर्देश के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने घटना की जांच के लिए 7 मई को एक और एसआईटी का गठन किया था।

 

Tags: Sukhbir Singh Badal , Shiromani Akali Dal , SAD , Akali Dal , SIT , Special Investigation Team

 

 

related news

 

 

 

Photo Gallery

 

 

Video Gallery

 

 

5 Dariya News RNI Code: PUNMUL/2011/49000
© 2011-2023 | 5 Dariya News | All Rights Reserved
Powered by: CDS PVT LTD