SIT ने कानपुर हिंसा के मास्टरमाइंड हयात ज़फर हाश्मी (Hayat Zafar Hashmi) के खिलाफ मजबूत केस बनाने की तैयारी कर ली है। क्योंकि SIT को जानकारी मिली है कि अगर हयात जफर हाशमी जेल से छूट जाता है तो फिर से हिंसा करवाएगा। SIT ने हयात के खिलाफ डीएम के यहां रासुका की दो हजार पन्नों की फाइल भेजी है। पन्नों में हयात जफर हाशमी की एक-एक करतूत को उजागर किया गया है।
आपकी ये भी बता दें कि इसके बाद भी DM के यहां से कुछ और सूचनाएं एसआईटी से मांगी गई हैं। फिलहाल सूचनाओं पर SIT काम कर रही है। SIT ने हयात जफर हाशमी के खिलाफ रासुका के तहत फाइल तैयार कर डीएम कार्यालय भेजी थी।
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खबर है कि यह फाइल दो हजार पन्नों की है। पुलिस ने बताया कि 3 जून को हयात ज़फर हाश्मी (Hayat Zafar Hashmi) ने किस तरह माहौल बिगाड़ा था। साथ ही भीड़ को लेकर पथराव व तोड़फोड़ करके इलाके में दहशत फैलाई थी। पुलिस ने फाइल में यह भी जिक्र किया कि इस घटना के बाद तीन दिन से ज्यादा दुकानें बंद रही थीं। लोग दहशत में आ गए थे।
कुछ लोग इलाका छोड़ने पर मजबूर हो गए थे। लोगों ने घरों से निकलना भी बंद कर दिया था। रासुका की फाइल में दहशत दर्शाने के लिए पुलिस ने दूधवाले के बिन्दु को भी शामिल किया है। रिपोर्ट में बताया गया कि कानपुर में लोगों को रोजमर्रा की परेशानियों का सामना करना पड़ा। सुबह दूधवाला दूध देने के लिए कई दिनों तक नहीं आया। ऐसी कई समस्याओं से लोगों को सामना करना पड़ा।
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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि फाइल में पुलिस ने 14 गवाहों को भी शामिल किया है। यह स्वतंत्र गवाह के तौर पर शामिल हैं। किसी पक्ष की तरफ से शामिल नहीं हैं। इन लोगों ने अपनी गवाही में कहा कि हयात जफर हाशमी यदि जेल से छूटता है तो फिर से घटना को अंजाम देगा। दो हजार पन्नों की रासुका फाइल होने के बावजूद डीएम के यहां से हयात जफर हाशमी की वह फोटो मांगी गई है, जिसमें वह घटना में शामिल दिख रहा है। कागज पूरे होने के बाद ही DMरासुका की फाइल पर साइन करेंगे।