Wednesday, 29 March 2023

 

 

खास खबरें पंजाब के पर्यटन मंत्री अनमोल गगन मान ने ‘टूरिज़्म इन मिशन मोड’ के अंतर्गत चिंतन शिविर में भाग लिया अमन अरोड़ा द्वारा स्टेट सी.बी.जी. पॉलिसी तैयार करने के लिए वर्किंग ग्रुप बनाने और अप्रैल के आखिर तक रिपोर्ट जमा करवाने के निर्देश मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ‘जोगिया’ का पोस्टर व टीज़र जारी किया हिमाचल प्रदेश रेरा को ई-गर्वनेंस पुरस्कार ‘‘परिवर्तन पदयात्रा आपके द्वार’’ मंगलवार को 31वें दिन जिला महेंद्रगढ़ के हलका अटेली में पहुंची कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश ने राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से भेंट की बाग़बानी विभाग की फ़सलीय विविधता योजनाएँ किसानों को अंतरराष्ट्रीय मंडियों में मुकाबले के योग्य बनाएंगी-चेतन सिंह जौड़ामाजरा नवनिर्वाचित विधायकों ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को किया सम्मानित सी.ई.ओ. पंजाब ने नये वोटरों की 100 फ़ीसदी रजिस्ट्रेशन को सुनिश्चित बनाने के लिए शिक्षा, कल्याण योजनाओं से सम्बन्धित विभागों के साथ की बैठक भारतीय पुलिस सेवा के परिवीक्षाधीन अधिकारियों ने राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से भेंट की मुख्यमंत्री द्वारा लोगों की समस्याएँ उनके घरों पर ही हल करने के लिए पुलिस का वैज्ञानिक तरीकों से आधुनिकीकरण करने की ज़रूरत पर ज़ोर एंड्रॉइड बीटा पर एक्सपायरी बग को ठीक करने के लिए व्हाट्सएप ने अपडेट जारी किया राफेल नडाल ने मोंटे कार्लो मास्टर्स में वापसी से किया इंकार तापसी पन्नू के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का मामला दर्ज मियामी ओपन: आर्यना सबालेंका सत्र के पांचवें क्वार्टरफाइनल में 3.7 मिलियन डॉलर की ड्रस तस्करी के आरोप में ऑस्ट्रेलियाई व्यक्ति गिरफ्तार हमें पाकिस्तान के गौरव के लिए खेलना था और हमने ऐसा ही किया: शादाब खान मेक्सिको प्रवासी सेंटर में लगी भीषण आग, 37 लोगों की मौत लगातार बारिश से दूसरा वनडे रद्द, श्रीलंका की उम्मीदों को झटका तेजस्वी प्रकाश ने अपने नए गाने 'रंगबाहरा' का टीजर किया रिलीज 'अजूनी' में सरदार के लुक में नजर आएंगे शोएब इब्राहिम

 

Kargil का हीरो: दायां पैर नहीं, शरीर में आज भी बम के 40 छर्रे मौजूद, बोले- यही छर्रे मेरी पहचान

Kargil Vijay Diwas के मौके पर जांबाज Major D.P. Singh की कहानी.. जिन्होंने सबकुछ खो दिया लेकिन हौसला आज भी जिंदा है

Kargil Vijay Diwas, Vijay Diwas Kargil, Kargil War, Major DP Singh, Who Is Major DP Singh, Kargil Vijay Diwas Heroes, Kargil Vijay Diwas Hero

5 Dariya News

नई दिल्ली , 26 Jul 2022

आज पूरे देश में कारगिल विजय दिवस धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस मौके पर आज हम आपके सामने ऐसे हीरो की कहानी लेकर आए हैं जिन्होंने देश के लिए अपना सबकुछ दाव पर लगा दिया। बात हो रही है कारगिल युद्ध में हुई जबर्दस्त गोलाबारी झेल चुके रिटायर्ड मेजर देवेन्दर पाल सिंह (Major D.P. Singh) की। भले ही डीपी सिंह इस हादसे में अपना दायां पैर खो चुके हों लेकिन इससे उनके हौसले में कोई कमी नहीं आई।

उन्हें आर्टिफिशियल लेग ब्लेड लगाई गई। इसके बाद वे भारत के अलग-अलग जगहों में होने वाली रेस प्रतियोगिताओं में भाग लेकर लोगों को प्रेरित करने लगे। हालांकि आर्टिफिशियल लेग ब्लेड से दौड़ना आसान नहीं होता। कारगिल युद्ध के दौरान भयंकर बमबारी हो रही थी। एक बम मेजर के बिलकुल पास में फट गया। बम के धमाके के बाद मेजर डीपी सिंह को मरा हुआ घोषित कर लिया गया था। समझना भी निश्चित था क्योंकि धमाका ही इतना बड़ा था कि सब कुछ तितर-बितर हो गया था।  

Also read:- अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में परिवारवाद की राजनीती का हुआ अंत : तरुण चुग

उसके साथी ने समझा कि उनकी मौत हो गई है। उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया। डॉक्टर ने चेकअप किया तो उनकी धड़कन चल रही थी। गोले के ज्यातातर छर्रे तो उनकी शरीर से निकाले गए लेकिन 40 छर्रे आज भी उनके शरीर में मौजूद हैं।  हादसे में दायां पैर खोने के बाद मेजर डीपी सिंह काफी उदास हो गए। हादसे के बाद कई लोगों ने कहा कि पैर खोने के बाद भला अब वे क्या कर पाएंगे। 

Also read:- पत्रकार ने पूछा- 'हर घर तिरंगा' अभियान कैसा है? फारूक अब्दुल्ला बोले- उसको अपने घर में रखना

उस वक्त उन्होंने सोचा कि कुछ ऐसा किया जाए जिससे लोगों को पता चले कि शारीरिक रूप से अक्षम या हादसे में अपने अंग गंवा देने वाले भी बहुत कुछ कर सकते हैं। यही वजह है कि वे जगह-जगह होने वाली मैराथन रेस में भाग लेते हैं। इसके लिए हिम्मत और स्टैमिना दोनों चाहिए होता है। रही छर्रों की बात यदि वे शरीर से छर्रो को निकलवाते हैं तो उन्हें ऑपरेशन कराकर अपने शरीर को 40 जगहों से कटवाना पड़ेगा। इसलिए वे इसके लिए कभी तैयार नहीं हुए। वे अपने शरीर का ऐसा ही रखना चाहते हैं। 

Also read:-भारतीय सैनिकों के लिए हाइब्रिड आतंकवाद बना चुनौती,पाक ने बनाया सोशल मीडिया को भी हथियार

मेजर सिंह ने एक बार कहा था कि जब भी वो मरेंगे और उन्हें जलाया जाएगा तो अंत में शरीर से गोली और छर्रे टन की आवाज करके नीचे गिरेंगे। मेरे लिए यहीं गौरव की बात है। आपको बता दें कि आज मेजर डीपी सिंह ऐसे ही लोगों के लिए एक संस्था चला रहे हैं .. ‘दि चैलेन्जिंग वन्स’ और किसी वजह से पैर गंवा देने वाले लोगों को कृत्रिम अंगों के जरिए धावक बनने की प्रेरणा दे रहे हैं। वह जीवन की कठिन से कठिन परिस्थिति से जूझने को तैयार हैं और उसे चुनौती के रूप में लेते हैं।

 

Tags: Kargil Vijay Diwas , Vijay Diwas Kargil , Kargil War , Major DP Singh , Who Is Major DP Singh , Kargil Vijay Diwas Heroes , Kargil Vijay Diwas Hero

 

 

related news

 

 

 

Photo Gallery

 

 

Video Gallery

 

 

5 Dariya News RNI Code: PUNMUL/2011/49000
© 2011-2023 | 5 Dariya News | All Rights Reserved
Powered by: CDS PVT LTD