चंडीगढ़ ग्रुप ऑफ़ कॉलेज (सीजीसी) लांडरा के छात्रों और फैक्लटी सदस्यों ने 23वें कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य पर कारगिल युद्ध के वीर शहीदों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने के लिए लेफ्टिनेंट जनरल जे.एस.ढिल्लों, वीएसएम (रिटायर्ड) चीफ गेस्ट के रुप में उपस्थित हुए। इस समारोह का आरंभ गणमान्य व्यक्तियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित करने और अपनी प्यारी मातृभूमि के लिए लड़ने वाले कारगिल युद्ध के वीर योद्धाओं को याद करते हुए एक मिनट का मौन रखने के साथ हुआ।
सभी महान लोगों का स्वागत करने के उपरांत सीजीसी लांडरा के कैम्पस डायरेक्टर प्रोफेसर डॉ पी.एन. हृषिकेश, सीजीसी लांडरा के डायरेक्टर एडमिनिस्ट्रेशन मेजर एस.एस. औलख जो कि खुद एक अनुभवी शख्सियत है, उन्होंने छात्रों को कारगिल युद्ध की महिमा की कहानियां सुनाई और इसके साथ ही एक आकर्षक प्रस्तुति के माध्यम से युद्ध के पीछे के अर्थ को समझाया और इतिहास से रुबरु करवाया। उन्होंने सभी छात्रों से आग्रह किया कि आप सभी हमारे महान और बहादुर सौनिकों के किए सर्वोच्च बलिदानों को कभी ना भूलें और हमेशा आत्म संदेह की जगह हिम्मत तथा ढीलें रवैये की जगह निष्ठा को चुनें।
इसके उपरांत लेफ्टिनेंट जनरल जे.एस. ढिल्लों, वीएसएम (रिटायर्ड), ने कारगिल युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की और ऑपरेशन विजय में रक्षा सेवाओं के तीनों हथियार यानी की सेना, वायु सेना और नौसेना के योगदान के बारे में बात की और उनकी प्रशंसा की। उन्होंने छात्रों को खासकर लड़कियों को सशस्त्र बलों में शामिल होने पर विचार करने के लिए प्रेरित किया और उन्हें आशवासन दिया कि यह उनके करियर के लिए एक बहुत ही महान और अच्छा विकल्प है। इसके बाद उन्होंने अपने सोशल आर्गनाइज़ेशन के बारे में बताया जिसकी मदद से वो अपने साथी दिग्गजों और उनके परिवारों की मदद करने और उनकी सेवा करने का प्रयास करते हैं।
फिर उन्होंने छात्रों के साथ प्रश्न उत्तर दौर किया। इस कार्यक्रम का समापन विशेष प्रदर्शन के साथ हुआ जिसमें बीबीए द्वितीय वर्ष के छात्र आशुतोष शर्मा द्वारा सुरीले देशभक्ति गीतों को गाया गया और सीजीसी के इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, बायोटैक्नोलोजी के छात्रों ने खासतौर पर इस अवसर के लिए तैयार किए माईम्स और कविताओं को प्रस्तुत किया।