RSS प्रमुख Mohan Bhagwat के बयान पर देश की सियासत गर्मा गई है। ओवैसी आग बबूला हो गए है। Mohan Bhagwat ने कहा था कि केवल जिंदा रहना ही जीवन का लक्ष्य नहीं है। आबादी बढ़ाने का काम तो जानवर भी करते हैं। लेकिन रक्षा करना इंसान और इंसानियत की निशानी है।
Mohan Bhagwat के इस बयान को लेकर बवाल शुरू हो गया है। Asaduddin Owaisi ने कहा है कि देश की 50 फीसद आबादी 25 वर्ष से कम उर्म के युवाओं की है। इस देश का ज्वलंत मसला बेरोजगारी है। देश की युवा आबादी के लिए मोदी सरकार ने क्या किया..?
यदि भारत सरकार दो बच्चों के नीति लाएगी तो मैं उसका बिलकुल समर्थन नहीं करूंगा क्योंकि यह भारत के बिलकुल हक में नहीं होगा। भारत की जनसंख्या अपने आप गिर रही है और 2030 तक यह स्थिर हो जाएगी। ओवैसी ने सवाल किया कि धर्म परिवर्तन से भारत का क्या ताल्लुक...? भारत का कोई धर्म है..? RSS चाहती है कि भारत का एक धर्म हो।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मोहन भागवत ने कहा था कि देश के आगे बढ़ने के संकेत अब हर जगह दिखाई दे रहे हैं। अगर किसी ने 10-12 साल पहले कहा होता कि भारत आगे बढ़ेगा, तो हम इसे गंभीरता से नहीं लेते। वहीं ओवैसी ने कहा कि भागवत धर्म परिवर्तन से क्यों डर रहे हैं। धर्म परिवर्तन तो भारत के संविधान में एक मौलिक अधिकार है। अगर कोई अपना मजहब चेंज कर रहा है तो उससे आपको क्या तकलीफ हो रही है। कोई भगवान को मानता है, तो कोई अल्लाह को मानता है, कोई नहीं मानता है, यही तो भारत की खूबसूरती है।