आज हम आपको गुरु गुरु पूर्णिमा के मौके पर बातएंगे की जिनकी पुरे भारत ने सुनी आखिरकार वह किसकी सुनते थे जैसे नरेंद्र मोदी के गुरु कोण थे, योगी आदित्यनाथ ने किससे दीक्षा ली थी जवाहरलाल नेहरू ने किससे राजनीति का ककहरा सीखा? आदि को कवर करेंगे-
1 नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने रामकृष्ण मठ और मिशन के अध्यक्ष आत्मस्थानंद जी महाराज को गुरु माना था। 2017 में जब आत्मस्थानंद का निधन हुआ तो मोदी ने बेहद भावुक संदेश पोस्ट किया था। मोदी ने लिखा था कि 'मेरी जिंदगी के सबसे महत्पूर्ण समय उनके साथ रहा।'
2 योगी आदित्यनाथ

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और गोरक्षनाथ मंदिर के पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के गुरु महंत अवैद्यनाथ थे,इन्होंने योगी को दीक्षा दी थी। योगी से पहले अवैद्यनाथ ही गोरक्षपीठ के पीठाधीश्वर रहे। अवैद्यनाथ ने ही योगी को दीक्षा दी थी। उन्हीं के आदेश पर योगी ने 1998 में गोरखपुर से लोकसभा का चुनाव लड़ा और जीते। 12 सितंबर 2014 को महंत अवैद्यनाथ का निधन हो गया था।
3 अटल बिहारी वाजपेयी

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दूसरे सरसंघचालक माधव सदाशिव गोलवलकर का गहरा प्रभाव था। अटल ने दीनदयाल उपाध्याय, श्यामा प्रसाद मुखर्जी से भी राजनीति और लोकसेवा की शिक्षा ली।
4 पंडित जवाहरलाल नेहरू

भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू (Pt. Jawaharlal Nehru) को पिता मोतीलाल से राजनीति विरासत में मिली थी। हालांकि, उनके वास्तविक राजनीतिक गुरु रहे। गांधी ने बाद में नेहरू को अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी भी घोषित किया।
5 इंदिरा गाँधी

इंदिरा गाँधी (Indira Gandhi) को योग सिखाने वाले गुरु का नाम धीरेंद्र ब्रह्मचारी था धीरेंद्र ब्रह्मचारी ने 60s, 70s के देश की बड़ी-बड़ी हस्तियों को योग सिखाया। वह पहले तीन मूर्ति भवन में इंदिरा गांधी को योग की बारीकियां समझाते थे। बाद के दौर में वह इंदिरा गांधी के सलाहकार की भूमिका में आ गए थे। वह लगभग रोज ही इंदिरा गांधी को योग करवाने जाते थे। उनके शिष्य बाल मुकुंद भी 1 सफदरजंग रोड जाते थे।