अयोध्या की तपस्वी छावनी के उत्तराधिकारी Mahant Paramhans Das Acharya उदयपुर हिंसा से काफी दुखी है। वो गुस्से में भी है। आश्रम पर पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा- कन्हैया लाल की हत्या में शामिल दोनों हत्यारों को फांसी की सजा दी जाए। इसमें बिलकुल भी समय नहीं लगना चाहिए।
इसी दौरान जगद्गुरु परमहंसाचार्य ने इस निर्मम हत्याकांड की घोर भर्त्सना करते हुए कहा कि वह उदयपुर की घटना से बहुत नाराज हैं। इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में एक हफ्ते के अंदर सुनवाई करके इनकी सजा मुकर्रर हो। यदि ऐसा नहीं होता है। तो मैं कानून अपने हाथ में लूंगा और इन दरिंदों को सौ गुना ज्यादा तड़पाकर दंड दूंगा। अब हिन्दुओं को हनुमान बनने का समय आ गया।
IPC की धारा 97 में प्रावधान है कि अगर परिवार के ऊपर हमला होता है तो आप कानून हाथ में ले सकते हैं। परमहंस आचार्य ने कहा कि जिस तरह से कन्हैया लाल टेलर की दो जेहादियों की ओर से गला काटकर हत्या की गई है इससे मैं बहुत आहत हूं। इन जेहादियों ने वीडियो जारी करके देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सर कलम करने की धमकी भी दी है। इन लोगों की इतनी हिम्मत कि ये देश के प्रधानमंत्री को धमकी दे। अब हिदुओं को जागना होगा। अब हिन्दू समाज चुप नहीं बैठने वाला।
क्या थी उदयपुर हिंसा-
नुपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट करने पर राजस्थान में उदयपुर जिले के धानमंडी थानाक्षेत्र में कन्हैयालाल की दिनदहाड़े धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी। कातिलों ने पूरी वारदात का वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। कन्हैयालाल साहू (40) की धान मंडी क्षेत्र में टेलरिंग की दुकान थी। वहां दो व्यक्ति हथियार लेकर आये और उनमें से एक ने धारदार हथियार से टेलर कन्हैयालाल साहू की हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद स्थानीय बाजार बंद हो गया थी। इंटरनेट सेवा पर भी रोक लगा दी गई थी। कुछ समय बाद ही कातिलों को पुलिस ने पकड़ लिया था। इस हिंसा का विरोध पूरे देश में रहा है।