भगवान शिव का सबसे चमत्कारी मंदिर.. दिन में 2 बार गायब हो जाता है, और फिर दिखने लगता है

Thursday, 21 September 2023

 

 

खास खबरें दिमाग से जुड़े किसी भी लक्षण को नजरअंदाज करना हो सकता है घातक: डा. संदीप शर्मा राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने ‘प्रथम स्वतंत्रता संग्राम’ पुस्तक का विमोचन किया 'मेरी माटी मेरा देश' के तहत- नेहरू युवा केंद्र के स्वयंसेवकों ने अमृत कलश यात्रा निकालकर मिट्टी एकत्रित की ऐतिहासिक बैंटनी कैसल आम जनता के लिए खुला उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने स्कास्ट-जम्मू के 25वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित किया किश्तवाड़ प्रशासन वरवान महोत्सव-2023 की मेजबानी हेतु तैयार उपायुक्त कठुआ राकेश मन्हास ने ग्रामीण विकास क्षेत्र के कार्यों, योजनाओं की स्थिति की समीक्षा की मुख्य सचिव डॉ. अरुण कुमार मेहता ने अक्तूबर तक कचरे का 100 प्रतिषत पृथक्करण करने पर बल दिया जम्मू-कश्मीर निवेश हेतु सूर्योदय क्षेत्र के रूप में उभर रहा है, नए व्यवसाय स्थापित हो रहे हैं : राजीव राय भटनागर रामबन में ईद मिलाद-उन-नबी की तैयारियों पर चर्चा की गई उपायुक्त विशेष महाजन ने खलैनी ब्लॉक का दौरा किया सरकारी गांधी नगर अस्पताल में डॉक्टर ड्यूटी से अनुपस्थित पाए गए, उपायुक्त जम्मू ने दिए जांच के आदेश पंजाब में भाजपा को लगा बड़ा झटका, अबोहर से पूर्व भाजपा विधायक अरुण नारंग आप में हुए शामिल जीसीडब्ल्यू एमए रोड पर विज्ञान कार्यक्रम आयोजित, सौरभ भगत ने विजेता छात्रों को सम्मानित किया राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने राज्य स्तरीय सायर मेले के समापन समारोह की अध्यक्षता की विजीलैंस ब्यूरो द्वारा 5000 रुपए रिश्वत लेने के दोष में ए. एस. आई. गिरफ्तार विभिन्न स्कीमों में अप्रयुक्त फंडों को नये प्रोजैक्ट शुरू करके लोगों की भलाई के लिए ख़र्चा जाये : बलकार सिंह लालजीत सिंह भुल्लर द्वारा मगनरेगा के अधीन काम करते मुलाजिमों को ईएसआई के दायरे में लाने के हुक्म उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गांदरबल में विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन, शिलान्यास किया उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गांदरबल में विकास गतिविधियों, केंद्रीय और केंद्रशासित प्रदेश योजनाओं के कार्यान्वयन की समीक्षा की प्रशासनिक परिषद ने अनुसंधान केंद्र, अनंतनाग के लिए भूमि हस्तांतरण, दूध प्रसंस्करण केंद्र, बडगाम को मंजूरी दी

 

भगवान शिव का सबसे चमत्कारी मंदिर.. दिन में 2 बार गायब हो जाता है, और फिर दिखने लगता है

Religious, Dharmik, Lord Shiva, Shiva, Shiv Mandir, Shree Stambheshwar Mahadev Temple, Mahadev Temple
Listen to this article

Web Admin

Web Admin

5 Dariya News

गुजरात , 15 Jun 2022

भारत जैसे देश में चमत्कार होना कोई बड़ी बात नहीं है। देश में बहुत से ऐसे मंदिर है जहां आए दिन चमत्कार होते रहे हैं। लेकिन आज हम आपको भगवान शिव के ऐसे मंदिर के बारे में बताएंगे जो दिन में दो बार गायब हो जाता है। जी हां कुछ समय के लिए इस मंदिर के स्थान पर कुछ भी नजर नहीं आता है, जो श्रद्धालु इस मंदिर में पूजा करने आते हैं, वो मंदिर के वापस आने का इंतजार करते हैं। जब मंदिर दोबारा दिखने लगता है तभी भक्त यहां से वापिस जाते हैं।

इस मंदिर का नाम है स्तंभेश्वर मंदिर। ये मंदिर गुजरात के बढ़ोदरा में स्थित है। यह मंदिर समुद्र के बीचोबीच बना हुआ है। भगवान शिव का ये मंदिर दिन में रोजाना दो बार सुबह और शाम को कुछ देर के लिए गायब हो जाता है। और इस अचंभित करने वाले चमत्कार को देखने यहां लाखों की संख्या में भीड़ इकट्ठी होती है। ऐसा बताया जाता है कि इस मंदिर की खोज आज से लगभग 150 साल पहले की गई थी, इस मंदिर में जो शिवलिंग है उसकी ऊंचाई 4 फीट और इसका व्यास 2 फीट है।

दरअसल इस मंदिर का ओझल हो जाना एक प्राकृतिक घटना का परिणाम है। समुद्र तट के किनारे स्थित होने के कारण जब जब भी समुद्र में लहरों का प्रवाह बढ़ जाता है तो ये मंदिर पूरी तरह से पानी में डूब जाता है, जब ज्वार उतरता है तब ये परिसर दोबारा से नजर आने लगता है। जो भक्त स्तंभेश्वर महादेव मंदिर जाते हैं उनके लिए विशेष रूप से पर्ची बांटी जाती है। जिस पर्ची के अंदर ज्वार आने का समय लिखा हुआ रहता है ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े। 

इस मंदिर के निर्माण से जुड़ी कथा स्कंद पुराण में मिलती है। कथा के अनुसार, राक्षस ताड़कासुर ने कठोर तपस्या के बल पर शिवजी से यह आशीर्वाद प्राप्त किया कि उसकी मृत्यु तभी संभव है, जब शिव पुत्र उसकी हत्या करे। भगवान शिव ने उसे वरदान दे दिया। आशीर्वाद मिलते ही ताड़कासुर खुद को अमर समझ बैठा और उसने पूरे ब्रह्मांड में उत्पात मचाना शुरू कर दिया। देवताओं को डराने लगा। उसे धमंड हो गया था कि अब उसे कोई नहीं मार सकता। उधर शिव के तेज से उत्पन्न हुए कार्तिकेय का पालन-पोषण कृतिकाओं द्वारा हो रहा था। उसके उत्पात से लोगों को मुक्ति दिलाने के लिए बालरूप कार्तिकेय ने ताड़कासुर का वध कर दिया। लेकिन जैसे ही कार्तिकेय इस बात का पता चला कि ताड़कासुर शिवजी का भक्त था, वह दुखी हो गए। तब देवताओं के मार्गदर्शन से उन्होंने महिसागर संगम तीर्थ पर विश्वनंदक स्तंभ की स्थापना की। यही स्तंभ मंदिर आज स्तंभेश्वर मंदिर के नाम से जाना जाता है।

 

Tags: Religious , Dharmik , Lord Shiva , Shiva , Shiv Mandir , Shree Stambheshwar Mahadev Temple , Mahadev Temple

 

 

related news

 

 

 

Photo Gallery

 

 

Video Gallery

 

 

5 Dariya News RNI Code: PUNMUL/2011/49000
© 2011-2023 | 5 Dariya News | All Rights Reserved
Powered by: CDS PVT LTD