खान-पान और रहन-सहन के चलते आजकल बहुत छोटी उम्र में ही लोगों के बाद सफेद हो जाते हैं। भला किसको सफेद बाल पसंद होंगे? 50 साल के शख्स के भी यदि बाल सफेद हो जाए तो वो डाय करके उन्हें काला कर देते हैं। तो जरा सोचिए 20-25 साल की उम्र में ही सफेद बाल आ जाना... कितनी टेंशन होती होगी। यह गंभीर स्थिति है, क्योंकि इससे कम उम्र में ही लोग बूढ़े दिखने लगे हैं और बूढ़ा दिखना किसी को भी मंजूर नहीं। आज टेंशन मत लीजिए, अगर आप सफेद बालों से परेशान हैं तो आज हम आपके लिए 3 ऐसे नुस्खा लेकर आए हैं जिससे बाल काले हो जाएंगे।
अगर आपको कम उम्र में सफेद बालों की समस्या हो गई है, तो आप मेथी और गुड़ के घरेलू इलाज का इस्तेमाल कर सकते हैं। सफेद बालों को काला बनाने के लिए आप मेथी के दानों का पाउडर बना लीजिए और फिर हर सुबह खाली पेट गुड़ के टुकड़े के साथ 1 चम्मच मेथी पाउडर का सेवन करें। यह घरेलू नुस्खा सफेद बालों को काला बनाने में मदद करता है और नए सफेद बाल आने से भी रोकता है। ये आजमाया हुआ नुस्खा है और लोगों को इससे बेहतर रिजल्ट भी मिले हैं।
नारियल और कढ़ी पत्ते-
एक कप नारियल का तेल लें और उसमें एक मुट्ठी कढ़ी पत्ते डाल लें। इन्हें 6-8 मिनट के लिए उबालें और फिर ठंडा होने दें। इसे हर दूसरे दिन अपने बालों में लगाएं और स्कैल्प की मसाज करें। ये तेल डैमेज हेयर को रिपेयर करने में मदद करने के साथ ही उन्हें मुलायम बनाता है। वहीं कढ़ी पत्ते में मौजूद तत्व बालों के काले रंग को प्रटेक्ट करने में मदद करते हैं।
आंवला
आंवला नैचरल एस्ट्रिजेंट होता है, जो बालों की चमक और रंग को सुरक्षित रखने में मदद करता है। आप चाहें, तो कच्चे आंवले को ब्लेंड कर उसका पेस्ट बनाते हुए स्कैल्प में लगा सकती हैं। इसकी जगह मार्केट में मिलने वाला आंवला पाउडर भी इस्तेमाल किया जा सकता है, जिसे आपको बस पानी के साथ घोलकर बालों पर लगाना होगा।
प्याज का पेस्ट-
बालों को काला बनाए रखने में प्याज का पेस्ट भी कारगर साबित होता है। इसके लिए आप प्याज का पेस्ट बनाकर अपने बालों पर लगाएं और इसे एक घंटे तक ऐसे ही छोड़ दें और फिर एक घंटे बाद पानी से धो लें। ऐसा करने से भी सफेद बाल काले हो जाएंगे।
सफेद बालों की वजह-
छोटी उम्र में सफेद बाल आने के बहुत से कारण हो सकते हैं। जैसे- तनाव, ऑटोइम्यून डिजीज, थायरॉइड डिसऑर्डर, शरीर में विटामिन बी-12 की कमी, स्मोकिंग आदि। अगर आप सफेद बालों से बचना चाहते हैं, तो इन कारणों को मैनेज करने की भी कोशिश करें। शरीर में विटामिन बी-12 की कमी ना होने दें। अगर कमी है तो इसका इलाज करवाएं और धुम्रपान को तुरंत छोड़ दें।