KGF-2 फेम Mohan Juneja का आज यानी 7 मई को निधन हो गया है। अपने फिल्मी करियर में 100 से अधिक फिल्में करने वाले मोहन जुनेजा ने बेंगलुरु के एक प्राइवेट अस्पताल में आखिरी सांस ली। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जुनेजा लंबी बीमारी से जूझ रहे थे। कन्नड़ फिल्मों में अपनी कॉमेडी से खास पहचान बनाने वाले जुनेजा दर्शकों के दिलों पर राज करते थे।Mohan Juneja साउथ के फेमस अभिनेता हैं। जिन्होंने जिन्होंने मुख्य रूप से कन्नड़ और तेलुगु फिल्मों में काम किया है। केजीएफ (2018), लक्ष्मी (2013), बृंदावन (2013), पेड पाडे (2013), कोको (2012), और स्नेहीथारू (2012) मोहन की कुछ लोकप्रिय फिल्में (2012) हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मोहन जुनेजा केजीएफ चैप्टर 1 और केजीएफ चैप्टर 2 जैसी फिल्मों में नजर आ चुके हैं। यश की KGF चैप्टर 2 मोहन की आखिरी फिल्म थी।कन्नड़ सिनेमा के लिए मुख्य रूप से पहचाने जाने वाले मोहन जुनेजा बचपन से एक्टर बनना चाहते थे। उनका जन्म तमिलाडु में हुआ था।अपने कॉलेज के दिनों में मोहन ड्रामा में पार्टिसिपेट किया करते थे। उन्होंने साल 2008 में करियर की शुरुआत की थीं। उन्होंने कन्नड़ रोमांटिक फिल्म संगमा से एक्टिंग में डेब्यू किया था।
साल 2009 में वो कन्नड तमिल फिल्म टैक्सी नंबर 1 में दिखाई दिए। इसके बाद साल 2010 में वो कन्नड़ मूवी नारद विजया में एक्टिंग करते नजर आए। इसके बाद वो अरेथा में अभियन करते दिखें। यह मूवी भी कन्नड़ भाषा में थी। साल 2012 में मोहन जुनेजा दो फिल्म कोको और स्नेहीथारू में दिखाई दिए। साल 2013 एक्टर के लिए सबसे सफल साल रहा है। इस साल उन्होंने पांच से अधिक फिल्मों में नजर आएं। लक्ष्मी, पड़े पड़े, वृंदावन, कुंबा राशी और स्वीटी में एक्टिंग का हुनर दिखाते नजर आएं। इसके बाद वो दो साल तक पर्दे से दूर रहे। साल 2016 में पॉसिबल मूवी से वापसी की। इसके बाद से वो फिल्मों में सक्रिय रहें। केजीएफ चैप्टर 2 उनकी आखिरी फिल्म थी। मोहन जुनेजा ने बतौर कमीडियन करियर की शुरुआत की थी। KGF में पत्रकार आनंद के इनफॉर्मर की भूमिका निभाई थी। उन्होंने इसके पहले तमिल, तेलुगु, मलयालम और हिंदी भाषा की कई फिल्मों में काम किया वह केजीएफ चैप्टर 1 और केजीएफ चैप्टर 2 में भी नजर आए थे। ऐक्टर और कमीडियन को फिल्म 'चेतला' से बड़ा ब्रेक मिला था। इस फिल्म में निभाई उनकी भूमिका दर्शक के दिलों में घर कर गई थी, जिसे अब वह शायद ही कभी भुला सकेंगे।