उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने सोमवार को निर्यातकों का आह्वान करते हुये कहा कि वे निर्यात बढ़ाने के लिये नये बाजार की तलाश करें। चेन्नई में विशेष आर्थिक जोन (सेज) इकाइयों और निर्यात आधारित इकाइयों (ईओयू) को निर्यात उत्कृष्टता पुरस्कार प्रदान करते हुये उपराष्ट्रपति ने निर्यात को बढ़ावा देने तथा रोजगार मुहैया कराने में योगदान करने पर निर्यातकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि देश के निर्यात में सेज और ईओयू का योगदान करीब 28 प्रतिशत है। सेज को 'मेक इन इंडिया', 'लोकल फॉर ग्लोबल' और 'ईज ऑफ डूईंग' बिजनेस के लिये आदर्श मंच बताते हुये उन्होंने कहा कि निर्यातकों के कठिन परिश्रम से हाल के वर्षों में देश का निर्यात कई गुना बढ़ा है।
उन्होंने कहा कि गत वित्त वर्ष 2021-22 में वस्तुओं का निर्यात 418 अरब अमेरिकी डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा है। इसके साथ ही सेवाओं का निर्यात लगभग 250 अरब अमेरिकी डॉलर का रहा। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के बावजूद यह उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की गयी है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि केंद्र सरकार ने वर्ष 2019 में जिला निर्यात केंद्र बनाने की महत्वाकांक्षी परियोजना की घोषणा की थी, जिससे निर्यात में तेजी आने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि देश में 775 जिलों में से ज्यादातर जिलों में निर्यात केंद्र बनने की क्षमता मौजूद है। उन्होंने कहा कि जीआई (भौगोलिक संकेतक) उत्पादों को इन प्रयासों के तहत आगे बढ़ाया जा रहा है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि तमिलनाडु का आर्थिक परिदृश्य चेन्नई-बेंगलुरु औद्योगिक गलियारा परियोजना और चेन्नई-कन्याकुमारी औद्योगिक गलियारा परियोजना से बदल जायेगा और इससे निर्यात को बढ़ावा मिलेगा।