कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को चिट्ठी लिखकर जेईई मेंस परीक्षा पर दो मुख्य मांगों पर हस्तक्षेप करने की मांग की है। राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने शिक्षा मंत्री को पत्र लिख कहा कि, 2021 में छात्रों को 4 अटेंप्ट देने की बात शिक्षा मंत्रालय ने कही थी पर हाल ही में हुई परीक्षा की घोषणा में इसे 2 अटेंप्ट का कर दिया गया है। इससे छात्र तनाव में आ जाएंगे व उनको परीक्षा की तैयारी करने में मानसिक तनाव रहेगा। एनटीए ने पंजीकरण करने में 3 महीने की देरी की इसकी सजा छात्र क्यों भुगते ? जेईई मेंस की परीक्षा की तारीख कुछ राज्य सरकारों की बोर्ड परीक्षा के साथ हो रही है, ऐसे में कई छात्र परीक्षा देने से वंचित हो सकते हैं, दोनों परीक्षाओं का समय साथ है, पर परीक्षा केंद्र अलग-अलग शहर में होने से उनकी पढ़ाई पर असर पड़ेगा।
उन्होंने केंद्र मंत्री से तुरंत हस्तक्षेप करने का आग्रह किया व छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए जेईई मेंस की परीक्षा आगे बढ़ाने, चार अटेंप्ट देने की मांग की है। एनएसयूआई के राष्ट्रीय प्रवक्ता हरीश शर्मा ने कहा कि, काफी पहले मेडिकल के नीट -पीजी परीक्षार्थियों की काउंसलिंग व परीक्षा तारीख साथ में कर दी गई थी, अब राज्य बोडरें के साथ जेईई मेंस की परीक्षा रखी गई है, सरकार तारीख तय करने से पहले क्या राज्य सरकारों से समन्वय नहीं कर पाती है, सरकार को शिक्षा का विषय गंभीरता से लेना चाहिए।