कनखल सन्यास मार्ग स्थित रामेश्वर आश्रम में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया गया। 11 अप्रैल तक श्रीमद् भागवत कथा निरंतर चलेगी। मध्य प्रदेश के छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए एक दिन की कथा अलग से होगी। श्रीमद् भागवत कथा में मुख्य यजमान देहरादून के मुख्य न्यायाधीश श्रेय गुप्ता उनके पिता गंगा बिशन गुप्ता व पूरा परिवार रहा। कथा प्रारंभ होने से पहले रामेश्वर घाट से आश्रम तक 101 कलश की यात्रा निकाली गई। श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के महामंडलेश्वर व रामेश्वर आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी रामेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा मोक्ष प्राप्ति का मार्ग है। मृत्यु के भय से दूर रहने के लिए हमें भागवत कथा का श्रवण अवश्य करना चाहिए। उन्होंने बताया कि नक्सली हमले में शहीद हुए जवानों की आत्मा की शांति के लिए कलश यात्रा प्रारंभ होने से पहले उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। शहीदों के लिए एक दिन की कथा की जाएगी। उन्होंने बताया कि कलश स्थापना के बाद शाही स्नान वाले दिन स्नान के पश्चात हरकी पौड़ी पर गंगा में विसर्जन किया जाएगा। 11 अप्रैल को कथा के विराम पर कई न्यायधीश के अलावा बड़े राजनेता पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि कुंभ मेले में कथा का आयोजन गाइडलाइंस का पालन करते हुए किया जा रहा है। उन्होंने सभी से मास्क, सेनेटाइजर का प्रयोग के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील की। कहा हमारे जीवन में जब अनेक जन्मों के पुण्य उदित होते हैं तब, उसके फलस्वरूप हमें महापुरुषों का सानिध्य और दर्शन प्राप्त होते हैं। इसलिए धर्म कार्य के लिए व्यक्ति को कभी पीछे नहीं हटना चाहिए। इस अवसर पर सज्जन कुमार, विपुल सिंघल, अजय गोयल, राजेश शर्मा आदि उपस्थित रहे।