उपराज्यपाल के सलाहकार बसीर अहमद खान ने सिविल सचिवालय में प्रधानमंत्री के विकास पैकेज के तहत कश्मीरी विस्थापितों के लिए ट्रांजिट आवास के निर्माण की प्रगति का जायजा लिया।सलाहकार ने आपदा प्रबंधन राहत, पुनर्वास और पुनर्निर्माण (डीएमआरआरआर) को सभी निर्माणाधीन टावरों को पूरा करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि निरीक्षण के दौरान कोई भी रूकावट न आने पाये।बैठक में मंडलायुक्त कश्मीर, पांडुरंग के पोल, सचिव डीएमआरआरआर सिमरनदीप सिंह उपस्थित थे।अतिरिक्त विडियों कान्फ्रैंसिंग के माध्यम से राहत एवं पुनर्वास आयुक्त (विस्थापितों), जेएंडके जम्मू, टी के भट, मुख्य अभियंता, पीडब्लू (आरएंडबी), षौकत जिलानी और उप निदेशक (योजना), डीएमपीआरआर, कश्मीर उपायुक्त कष्मीर बैठक में उपस्थित थे।सलाहकार ने समीक्षा के दौरान अधिकारियों समयानुसार कार्य करने के निर्देष दिये। उन्होंने सम्बंधित विभागों के साथ तालमेल बनाये रखने को कहा ताकि निर्माण कार्यों में और तेजी आ सके। उन्होंने राहत एवं पुनर्वास आयुक्त को व्यक्तिगत तौर पर निरीक्षण करने को कहा।
सरकार पीएमडीपी के तहत- 2015 द्वारा प्रधानमंत्री पैकेज के अंतर्गत घाटी में ट्रांजिट आवास निर्माण करने का निर्णय लिया।ट्रांजिट आवास के तहत विभिन्न जिलों में तीन चरणों में निर्माण कार्य चल रहे है जिनमें फेज 1 में वेसु (कुलगाम) और शेखपोरा (बडगाम) में 48 और 64 2बीएचके फ्लैट्स पूरे हो चुके हैं, जबकि बाकी फ्लैट्स पर काम चल रहा है।दूसरे चरण में, देगाम (शोपियां, फतेहपोरा (बारामूला), खुल्लमंग बाग (कुपवाड़ा), मरहामा (अनंतनाग), ओडिना (बांदीपोरा और वंधामा) (गांदरबल) में ट्रांजिट आवास का निर्माण किया जाएगा।तीसरे चरण में, बाबादरीदीन (गांदरबल), मचबावन (अनंतनाग) और बारसो (पुलवामा) में आवास बनाए जाएंगे, जहां औपचारिक रूप से भूमि आवंटित भी की गई है और औपचारिक रूप से डीपीआर बनाई जा चुकी है।चौथे चरण में, शंगस (अनंतनाग), नुथ्नोसा (कुपवाड़ा) और जेवन (श्रीनगर) में ट्रांजिट आवास बनाया जाएगा जहां भूमि की पहचान की गई है और स्थानांतरण की प्रक्रिया चल रही है।सलाहकार ने उन्हें प्रधानमंत्री के विकास कार्यक्रम के तहत लंबित परियोजनाओं के लिए डीपीआर बनाने के काम में तेजी लाने को कहा ताकि संबंधित एजेंसियों को समय पर जमा करवाई जा सके।