पिछले साल बाढ़ की वजह से हुए नुकसान और मौजूदा तैयारियों की समीक्षा को लेकर डिप्टी कमिश्नर फिरोजपुर कुलवंत सिंह की अगुवाई में मंगलवार को सभी एसडीएम और संबंधित महकमों की एक बैठक हुई। डिप्टी कमिश्नर ने सभी संबंधित महकमों को बाढ़ प्रबंधन और बांधों की मजबूती को लेकर होने वाले कार्यों की प्रायोरिटी के मुताबिक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया है। डिप्टी कमिश्नर ने कहा है कि सभी कार्यों को प्रायोरिटी के हिसाब से लिस्ट में रखा जाए ताकि अति जरूरी कार्यों पर ज्यादा फोकस किया जा सके।उन्होंने कहा कि पिछले साल मानसून में सतलुज दरिया के किनारों के टूटने के कारण जिले के कई हिस्सों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई थी और इस बार हमें ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि इस बार सर्दियों में पहाड़ों में जमकर बर्फबारी हुई है। इस लिहाज से हमारी तैयारियां भी आला दर्जे की होनी चाहिए ताकि इस सीजन मानसून में किसी भी तरह की स्थिति का सामना किया जा सके।
उन्होंने सभी संबंधित विभागों से बाढ़ प्रबंधन के मद्देनजर मिलकर काम करने के लिए कहा ताकि इस संदर्भ में किसी भी तरह की कोई गुंजाइश न रहे।डिप्टी कमिशनर ने सभी उप मंडल मजिस्ट्रेटों को कहा कि उनके अधिकार क्षेत्र में बाढ़ से सुरक्षा के लिए दरिया सतलुज के किनारों को मज़बूत करने से सम्बन्धित खर्च के अनुमान खुद अपनी निगरानी में तैयार करवाएं ताकि कोई भी महत्वपूर्म कार्य इस लिस्ट में शामिल होने से न रह जाए। उन्होंने कहा कि बाढ़ की स्थिति में लोगों की जानमाल, पशुधन और जायदाद इत्यादि की सुरक्षा को यकीनी बनाने का उद्देश्य लेकर काम किया जाए।डिप्टी कमिशनर ने कहा कि यह अनुमान प्रदेश सरकार को मंजूरी के लिए भेजे जाएंगे जिससे समय रहते युद्ध स्तर पर काम शुरू किया जा सके। उन्होंने आधिकारियों को कहा कि इस काम में किसी तरह की लापरवाही को बरदाश्त नहीं किया जायेगा और वह ख़ुद समय पर काम को शुरू करने और मुकम्मल होने की निगरानी करेंगे। इस मौके अतिरिक्त डिप्टी कमिशनर रविंदरपाल सिंह संधू, एसडीएम अमित गुप्ता, एसडीएम जीरा रंजीत सिंह समेत कई अधिकारी मौजूद थे।