प्रसिद्घ गायक अभिजीत भट्टाचार्य ने कहा कि आधुनिक दौर में मोबाईल व अन्य सोशल साईटस के प्रचलन से थियेटर और म्यूजिक इंडस्ट्री पर संकट के बादल छा गए है। इस का प्रभाव फिल्म उद्योग पर पडऩे वाला है। आज के इस दौर में लोग म्यूजिक को सुनना भूल गए है और मोबाईल से ही संगीत सुनने की इच्छा को पूरा कर रहे है। इतना ही नहीं जहां किसी जमाने में निर्देशक की निर्देशन में शुटिंग के लिए सेट लगते थे, स्क्रीप्ट लिखी जाती थी, अब ना स्क्रीप्ट लिखी जाती है, ना ही रिहर्सल होती है और ना ही कोई स्टुडियों है, सीधा म्यूजिक कम्पनी के पास गाना चला जाता है।प्रसिद्घ गायक अभिजीत भट्टाचार्य अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव की सांस्कृतिक संध्या से पहले शनिवार को बातचीत कर रहे थे। इससे पहले प्रसिद्घ गायक अभिजीत भट्टाचार्य ने अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव के सरस, शिल्प, ब्रहमसरोवर के कृष्ण अर्जुन रथ, गीता स्थली ज्योतिसर के वट वृक्ष का अवलोकन करने के बाद मां भद्रकाली मंदिर में पूजा-अर्चना की। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के मंच पर पूरे जोश और उत्साह के साथ ऐसी प्रस्तुती देंगे, जैसी प्रस्तुती किसी ने भी नहीं दी होगी और इस प्रस्तुती को कुरुक्षेत्र के लोग हमेशा याद रखेंगे। मेरी और पब्लिक की पंसद एक जैसी है इसलिए गीतों के माध्यम से दोनों के बीच ऐसा रंग जमेगा जो कभी नहीं जमा होगा। कुरुक्षेत्र की पावन धरा एक विश्व प्रसिद्घ धार्मिक स्थल है, इस पावन धरा पर पवित्र ग्रंथ गीता का जन्म हुआ। आज मैं इस धरती से क्या सीखकर जाउंगा और क्या लेकर जाउंगा इस पर मंथन करेंगे। लेकिन इस पावन धरा से गीता का ज्ञान जरुर ग्रहण करेंगे, इस बार वह अपनी प्रस्तुती देने के लिए आए है लेकिन दोबारा बिना किसी को बताए कुरुक्षेत्र में आएंगे और गीता का ज्ञान लेकर जाएंगे।
उन्होंने सवाल का जवाब देते हुए कहा कि फिल्मों में ज्यादा से ज्यादा गाने गाए लेकिन वो शोहरत हासिल नहीं, लेकिन जब से ना के बराबर गाने गाए तो शोहरत का ग्राफ लगातार बढ़ता ही जा रहा है। आज लोग उनकी आवाज को पसंद करते है। आज के दौर में गाना प्रसिद्घ हो जाता है लेकिन कलाकार को मुकाम नहीं मिलता, पुराने समय में कलाकार की एक पहचान होती थी, आज के दौर में प्लेबैक सिंगर की प्रथा लगभग खत्म हो चुकी है और फिल्मों में भी इसका यही हाल होने वाला है। उन्होंने कहा कि आज मोबाईल यूटयूब और अन्य सोशल साईटस के दौर से म्यूजिक इंडस्ट्री और थियेटर खत्म होने के कगार पर पहुंच गया है और आज गाना लेकर सीधा लोग म्यूजिक कम्पनी के पास पहुंच जाते है, आज लोगों को फ्री की आदत पड़ चुकी है। उन्होंने एक अन्य सवाल का जवाब देते हुए कहा कि मैं आउट डेटेड नहीं हूं और ना ही मेरे गानो में पुरानापन आया है। मेरे गाने हमेशा सुने जाएंगे। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि शाहरुख खान, अक्षय कुमार, सलमान खान, गोविंदा मेरी आवाज के सहयोग से स्टार बने और भविष्य में जो भी लोग मेरी आवाज को लेंगे, वह निश्चित ही स्टार बनेंगे।अभिजीत भट्टाचार्य ने कहा कि आर्ट की भाषा नहीं होती है, आर्ट, आर्ट ही रहती है, इसलिए कलाकार के पास जो आर्ट है, उसी आर्ट को ही मंच पर प्रस्तुत करने का अवसर दिया जाना चाहिए। जो भी आर्ट से अलग होकर अपनी प्रस्तुती देगा वह कभी सफल नहीं हो पाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि जिंदगी में कभी डबल मीनिंग और अश्लील गाने नहीं गाए। उनके गाने हमेशा सदाबहार रहे है और अब तक 6 हजार गाने गा चुके है। उन्होंने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि हैदराबाद में चार अपराधियों के एनकांउटर से मजा आ गया और काफी समय बाद एक अच्छी न्यूज सुनने को मिली है हालाकिं दुसरे देशों में ऐसा होता है। आज यह प्रथा शुरु हुई है आगे भी जारी रहनी चाहिए ताकि बेटियां अपने आपको सुरक्षित रख सके और दुसरा व्यक्ति ऐसा करने का दुस्साहस न कर सके। इस मौके पर केडीबी सदस्य सौरव चौधरी मौजूद थे।