प्रगतीशील पंजाब निवेशक सम्मेलन 2019 के पहले दिन ‘पंजाब को अगला स्टार्टअप केंद्र कैसे बनाया जाए’ सैशन के दौरान पैनल के मैंबरों ने मोहाली को विश्व की पहली स्टार्टअप वैली बनाने की वकालत करते हुए विश्वभर से हुनर व निवेश का आहवान किया।पैनल सदस्यों ने कहा कि स्टार्टअप ईकोसिस्टम संबंधी 90 मिनट के सैशन के दौरान मोहाली को इस क्षेत्र में मौजूद विरासती विलक्ष्णताओं को देखते हुए स्टार्टअप की शिवालिक वैली बनाने का सुझाव दिया।इस सैशन के पैनल में इंडियन ऐंजल नैटवर्क की सह संस्थापक तथा आई.ए.एन फंड के फाउंडिंग पार्टनर श्रीमती पदमजा रुपरेल, आई.बी.एस. के प्रौफेसर तथा नैस्ले एस.ए, स्विजरलैंड में एशिया, अफ्रीका, ऊशीनीया के भूतपूर्व ईवीपी और मुखी नंदू नंदकिशोर, सोनालीका ईंडस्ट्री के कार्यकारी डायरैकटर श्री अक्षय सांगवान, भारत फंड के सह-संस्थापक तथा प्रबंधकीय पार्टनर कुनाल उपाध्याय, ऐजीनैक्सट टैकनालोजी के संस्थापक श्री तरनजीत भामरा ने भाग लिया।पंजाब को बौद्धिक तौर पर मजबूत करने के लिए विभिन्न नामी संस्थाओं को संयुकत तौर पर अंतर-अनुशासनात्मक खोज के लिए आगे आने के लिए जोर दिया। पैनल ने साझे नवीनतम प्रौजेकटों की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि सरकार की ओर से ऐसे प्रोजैकटों को अधिक से अधिक उत्साहित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य के विकास तथा आर्थिक उत्थान के लिए खोज तथा उद्यम बहुत अहम है तथा पंजाब को देश का स्टार्टअप हब बनाने तथा इसको दुनिया भर में अलग अलग क्षेत्रों तक ले जाने के लिए राज्य के पास बहुत शक्ति तथा स्त्रोत मौजूद हैं।
इस मौके पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए श्रीमती पदमजा रुपरेल ने कहा कि यह सम्मेलन सारे उद्यमियों, निवेशकों, नीतिकारों तथा अन्य संबंधित लोगों को एक मंच पर लाने का प्रशंसनीय प्रयास है, जिससे मेक इन इंडिया मुहिम को और भी उत्साह मिलेगा। इस दौरान श्री नंदू नंदकिशोर ने कहा कि उद्यमता पंजाबियों के खून में है, जिसके चलते पंजाब स्टार्टअप के पक्ष से आगे बढ़ रहा है। जबकि श्री कुनाल उपाध्याय ने कहा कि इसके लिए पंजाब के पास अथाह संभावनाएं है।श्री तरनजीत भामरा ने राज्य में स्टार्टअप ईकोसिस्टम को तेजी से प्रफुल्लित करने के लिए हुनर का केंद्रीय पूल बनाने पर जोर दिया।पंजाब सरकार के ग्रामीण विकास व पंचायत विभाग की संयुक्त डिवैलेपमैंट कमिश्नर तथा डायरैक्टर आई टी कम स्टेट स्टार्टअप नोडल अफसर श्रीमती तनू कश्यप ने पैनल के सदस्यों का स्वागत करते हुए उद्यम की शुरुआत के लिए पंजाब में मौजूद संभावनाओं पर जानकारी दी। उन्होंने राज्य सरकार की ओर से उद्यमियों तथा कारोबारियों को दी जा रही बड़ी रियायतों, कारोबारी माहौल तथा लागू किए गए व्यापक सुधारों संबंधी जानकारी दी।मू-फार्मका के संस्थापक परम सिंह ने पंजाब में अपने स्टार्टअप की शुरुआत का अनुभव साझा करते हुए राज्य में नए उद्यमों के लिए सही माहौल मौजूद होने की पुष्टि की। पंजाब में जन्मे तथा आस्ट्रेलिया से लौट कर पंजाब में सफल स्टार्टअप शुरु करने वाले परम सिंह ने बताया कि उन्होंने सहायक धंधे डेयरी को नए रुप में अपनाया तथा इस संबंध में 30 हजार से अधिक किसानों तथा महिलाओं को सिखलाई दी है।