मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने अखिल भारतीय पेंशनर दिवस के अवसर पर पेंशनर कल्याण संघ द्वारा मण्डी जिला के सुन्दरनगर में आयोजित राज्य स्तरीय पेंशनर दिवस कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि राज्य सरकार पेंशनरों की जायज मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करेगी, क्योंकि उन्होंने राज्य के विकास के लिए अपने जीवन का बहुमूल्य समय दिया है।मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने सेवाकाल के दौरान पेंशनधारकों ने राज्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों का राज्य सरकार की नीतियों व कार्यक्रमों को सफलतापूर्वक लागू करने में प्रमुख भूमिका रहती है। उन्होंने कहा कि सेवानिवृत होने के बाद भी सेवानिवृत कर्मचारी सरकार को राज्य के विकास के लिए नीतियों व कार्यक्रम को तैयार करने में सक्रिय योगदान देते हैं।जय राम ठाकुर ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने सत्ता में आते ही कर्मचारियों व पेंशनरों के लिए कई कल्याणकारी योजनाओं की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की सभी जायज मांगों को पूरा किया गया है।
स्थानीय विधायक राकेश जम्वाल ने अपने विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री से पेंशनरों की लम्बे समय से चली आ रही मांगों को पूरा करने का आग्रह किया।इस अवसर पर राज्य पेंशनर कल्याण संघ के अध्यक्ष एचआर वश्ष्ठि ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए संघ की विभिन्न मांगों को उनके समक्ष रखा। उन्होंने मुख्यमंत्री से पेंशनरों के लिए 5-10-15 के मानदण्ड को हटाने का आग्रह किया।संघ के महासचिव हरीचन्द गुप्ता ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा।मण्डी जिला पेंशनर कल्याण संघ के अध्यक्ष हरी शर्मा ने भी मुख्यमंत्री और अन्य उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया।इससे पूर्व मुख्यमंत्री को एएपीआई चैरीटेबल ट्रस्ट की अध्यक्षा डॉ. चन्द्र एम. कपासी ने मुख्यमंत्री को 14,38,400 रुपये का चेक भेंट किया। पेंशन कल्याण संघ ने मुख्यमंत्री को मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए 1.25 लाख रुपये का चेक भेंट किया। विभिन्न संघों तथा व्यक्तियों ने भी मुख्यमंत्री राहत कोष में भेंट प्रदान की।सांसद रामस्वरूप शर्मा, विधायक जे.आर. कटवाल, इन्द्र सिंह गांधी, हीरा लाल, विनोद कुमार, ज्वाहर ठाकुर, मिल्कफेड के अध्यक्ष निहाल सिंह भी इस अवसर पर उपस्थित थे।