Sunday, 15 September 2024

 

 

खास खबरें श्री मणिमहेश यात्रा के मास्टर प्लान को लेकर मुख्यमंत्री के समक्ष रखा जाएगा मामला- केवल सिंह पठानिया मनी लोंगिया द्वारा राज व्हीकल रोपड़ में लॉन्च की महिंद्रा थार रॉक्स!! सुप्रीम कोर्ट के फैसले से साबित हुआ कि अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी भाजपा की साजिश थी - आप सांसद राजकुमार चब्बेवाल ने गांव बजरावर में 30 लाख के लागत से बनने वाले क्लीनिक का किया शिलान्यास पंजाब विधानसभा की अनुमान कमेटी ने किया सरफेस वाटर प्रोजेक्ट तलवाड़ा का अध्ययन पंजाब पुलिस की ए.एन.टी.एफ. ने नशा तस्करी मामले में ड्रग इंस्पेक्टर शिशान मित्तल को किया गिरफ्तार यू.टी. चंडीगढ़ में भिक्षावृत्ति उन्मूलन पर बैठक डॉ. एस.पी सिंह ओबेरॉय के प्रयासों से कपूरथला के 33 वर्षीय युवक जगबीर सिंह का पार्थिव शव दुबई से भारत पहुंचा पंजाब पुलिस ने केंद्रीय एजेंसियों के समन्वय से भगोड़े अमृतपाल सिंह को ऑस्ट्रिया से वापस भारत लाया गया गुलाब चंद कटारिया ने पीएचडीसीसीआई की दसवीं इन्स आउट एग्जीबिशन का किया उद्घाटन चंडीगढ़ ग्रेनेड हमला: पंजाब पुलिस ने केंद्रीय एजेंसियों के साथ साझा ऑपरेशन में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया; गलाक पिस्टल बरामद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अरविंद केजरीवाल की जमानत पर कहा, "सत्य की जीत हुई" प्राकृतिक खेती में हिमाचल प्रदेश अन्य राज्यों का कर रहा है मार्गदर्शन : राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल 2014 बैच की आईएएस डॉ. प्रीति यादव ने पटियाला के डिप्टी कमिश्नर के रूप में कार्यभार संभाला कैबिनेट मंत्री ब्रम शंकर जिंपा ने वार्ड नंबर 19 में सड़क निर्माण कार्य की करवाई शुरुआत सुप्रीम कोर्ट से अरविंद केजरीवाल को जमानत, डॉ. राजकुमार चब्बेवाल ने बांटे लड्डू व्यवस्था परिवर्तन के संकल्प से प्रदेश आत्मनिर्भर बनाने की और अग्रसर - केवल सिंह पठानिया एलपीयू के फैशन छात्रों ने क्षेत्र के सबसे बड़े फैशन प्लेटफॉर्म चंडीगढ़ फैशन वीक में अपने डिजाइन प्रदर्शित किए सी जी सी झंजेडी कैंपस में स्मार्ट इंडिया हैकथॉन 2024 का आयोजन किया गया रयात बाहरा यूनिवर्सिटी में विश्व फिजियोथेरेपी दिवस मनाया गया डिप्टी कमिशनर शोकत अहमद परे सुचारू पराली प्रबंधन के लिए गांवों में पहुंचे, किसानों के साथ की सीधी बातचीत

 

राफेल फैसला : कांग्रेस का नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला, गलती सुधारने अदालत पहुंची सरकार

Listen to this article

Web Admin

Web Admin

5 Dariya News

नई दिल्ली , 15 Dec 2018

कांग्रेस ने तथ्यात्मक गलती के जरिए सर्वोच्च न्यायालय को गुमराह करने और झूठ बोलने के लिए शनिवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा, वहीं केंद्र ने फैसले में गलतियों को सुधारने के लिए शीर्ष अदालत का रुख किया। राफेल सौदे में कथित अनियमितता की जांच वाली कई याचिकाओं को सर्वोच्च न्यायालय ने शुक्रवार को कैग रपट पर भरोसा कर खारिज कर दिया था। इस मामले में कांग्रेस ने मोदी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि कैग रपट का कोई भी हिस्सा न तो संसद में पेश किया गया और न ही यह सार्वजनिक है। इसबीच कांग्रेस मामले के संबंध में महान्यायवादी और कैग को लोक लेखा समिति(पीएसी) के समक्ष तलब करने का दबाव बना रही है, वहीं केंद्र ने सर्वोच्च न्यायाल में याचिका दाखिल कर कहा है कि वह फैसले में गलतियों को सही करवाना चाहती है और इसके साथ ही उसने दावा किया कि गलती शायद गलत व्याख्या की वजह से हुई है। दोनों पक्षों के बीच विवाद की मुख्य वजह फैसले का पैराग्राफ 25 है, जिसमें प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा है, विमान की कीमत की जानकारी हालांकि कैग के साथ साझा की गई और कैग रपट की जांच पीएसी ने की। रपट का केवल संपादित हिस्सा ही संसद में पेश किया गया और यह सार्वजनिक है।

लोक लेखा समिति(पीएसी) के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि वह महान्यायवादी और नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक(कैग) को तलब करने का दबाव बनाएंगे और उनसे पूछेंगे कि कब सीएजी की रपट पेश की गई और कब पीएसी ने उसकी जांच की। वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने यहां मीडिया से कहा कि सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष सही तथ्य पेश नहीं किए और अदालत में सरकार ने झूठ बोला है। उन्होंने कहा, सरकार ने वहां दिखाया कि कैग रपट पेश की गई है और पीएसी ने उसकी जांच की है। खड़गे ने कहा, सरकार ने अदालत में यह झूठ बोला कि कैग रपट को सदन और पीएसी में पेश किया गया है। उन्होंने अदालत में यह भी कहा कि पीएसी ने इसकी जांच की है। उन्होंने दावा किया कि रपट सार्वजनिक है। यह कहां है? क्या आपने इसे देखा है? मैं पीएसी के अन्य सदस्यों के समक्ष इस मामले को ले जाने वाला हूं। कांग्रेस नेता और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने यहां मीडिया को संबांधित करते हुए कहा कि शुक्रवार का फैसला तथ्यात्मक रूप से गलत था, जिसके लिए मोदी नीत केंद्र सरकार जिम्मेदार है। सिब्बल ने कहा, फैसले में तथात्मक गलती है, जिसके लिए सरकार जिम्मेदार है, न कि अदालत। अगर आप अदालत को गलत तथ्य देंगे और उस आधार पर अदालत तथ्यात्मक दावे करती है, तो इस मामले में सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने कहा, हमें महान्यायवादी को पीएसी में तलब करना चाहिए और उनसे पूछना चाहिए कि क्यों इस प्रकार के दावे अदालत के समक्ष किए गए और क्यों ऐसे हलफनामे पेश किए गए, जो सच्चाई नहीं दर्शाते हैं। 

पूर्व कानून मंत्री ने कहा, अदालत के समक्ष इस तरह के गलत तथ्य पेश करने के लिए महान्यायवादी जिम्मेदार हैं। यह एक संगीन मुद्दा है और संसद में इसपर चर्चा होनी चाहिए। पीएसी महान्यायवादी को बुलाएंगे। इस ओर ध्यान दिलाते हुए कि सर्वोच्च न्यायालय ने कीमत के मुद्दे या फिर विमान के तकनीकी पहलुओं पर फैसला नहीं सुनाया, सिब्बल ने मोदी सरकार को फैसले को खुद के लिए क्लीन चिट बताने पर निशाना साधा। सिब्बल ने भाजपा के प्रमुख नेताओं द्वारा फैसले को मोदी सरकार के लिए क्लीन चिट बताने और कांग्रेस पर राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाने वाले बयानों के संदर्भ में कहा, यह बचकानी बात है कि सरकार और भाजपा जीत का दावा कर रही है। वहीं मामले में विपक्ष की ओर से जोरदार हमले झेल रही केंद्र सरकार ने रक्षा मंत्रालय में उपसचिव के जरिए फैसले के पैराग्राफ 25 में हुई गलती को सही करने का आग्रह किया है, जिसमें दावा किया गया है कि यह गलत व्याख्या की वजह से हुआ और फलस्वरूप सार्वजनिक रूप से विवाद पैदा हुआ। केंद्र ने कहा कि कीमत की जानकारियों के संबंध में बयान(फैसले के पैरा 25 से) के बारे में ऐसा प्रतीत होता है कि वह भारतीय संघ द्वारा 31 अक्टूबर को अदालत के निर्देश पर कीमतों के विवरण के साथ सौंपी कई टिप्पणी पर आधारित हैं। इसके साथ ही केंद्र ने कहा कि यह तथ्यात्मक रूप से सही है कि सरकार ने कैग के साथ कीमतों के विवरण साझा किए हैं।

 

Tags: Kapil Sibal , Mallikarjun Kharge

 

 

related news

 

 

 

Photo Gallery

 

 

Video Gallery

 

 

5 Dariya News RNI Code: PUNMUL/2011/49000
© 2011-2024 | 5 Dariya News | All Rights Reserved
Powered by: CDS PVT LTD