Monday, 13 May 2024

 

 

खास खबरें विरोधियों के पास उपलब्धियां के नाम पर गिनाने को कुछ नहीं : एन के शर्मा शराब के शौक़ीन मान की पंजाब में नशे खत्म करने की कभी नियत नहीं थी : डॉ. सुभाष शर्मा पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने लुधियाना संसदीय सीट से नामांकन पत्र दाखिल किया मीत हेयर द्वारा दायर किए गए कागजात, संगरूर के विकास एजेंडे को आगे बढ़ाया गया पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने प्रसिद्ध पंजाबी कवि सुरजीत पातर की अर्थी को दिया कंधा सुक्खू की फिल्म अभी बाकी, 2027 में आएगा पार्ट-टू : ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू कांग्रेस को मिली बड़ी मजबूती; बैंस ब्रदर्स पार्टी में शामिल कांग्रेस ने हर गरीब परिवार को हर साल एक लाख रुपये देने का वादा किया समावेशी विकास की प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ रहा अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग का चुनाव प्रचार देश के बेहतरीन साल थे मनमोहन सिंह की सरकार में : हरीश चौधरी पंजाब और दिल्ली की तरह अब केंद्र में भी गारंटी पूरे करेगी आम आदमी पार्टी : मीत हेयर जसवां परागपुर से था बिकाऊ विधायकों का चौकीदार, होशियार के खोलूंगा चिट्ठे : सुखविंदर सिंह गुरजीत सिंह औजला के पक्ष में अटारी में विशाल सभा आयोजित सम्मान के नहीं, ब्रीफ़केस में रखे सामान के भूखे थे दागी : सुखविंदर सिंह सुक्खू मालवे को रेल लिंक के माध्यम से चंडीगढ़ से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा : मीत हेयर मैं दोबारा जेल चला गया तो भाजपा वाले फ्री बिजली, पानी और इलाज रोक देंगे- केजरीवाल गजेंद्र सिंह शेखावत ने भाजपा प्रत्याशी के हक में मोहाली में वोटरों से मांगा वोट अपना वोट डालते समय 1 जून 1984 को याद रखना: सुखबीर सिंह बादल ने पंजाबियों से कहा लोगों को गुमराह करने की बजाए विकास की बात करें कांग्रेस, भाजपा व आप : एन.के.शर्मा चंडीगढ़ में जन समर्थन अपार, लोग बोले इस बार भाजपा होगी पक्का 400 पार : जतिंदर पाल मल्होत्रा श्री आनंदपुर साहिब से खनन माफिया का नामोनिशान मिटा दूंगा : डा. सुभाष शर्मा

 

वन विकास निगम को घाटे से उभारने के लिए उठाएं जाएंगे कदम

Listen to this article

Web Admin

Web Admin

5 Dariya News

शिमला , 28 Sep 2018

वन विभाग के एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि राज्य में वन विभाग के वन उत्पाद को वैज्ञानिक तौर से दोहन एवं बिक्री के लिए वर्ष 1974 में राज्य वन विकास निगम का गठन किया गया था। मार्च, 2018 तक कई कारणों से निगम को लगभग 114 करोड़ रुपये का घाटा हो चुका है। निगम के इतिहास में सब से अधिक घाटा जोकि 34.43 करोड रुपये का वर्ष 2016-17 में हुआ। घाटे के मुख्य कारण निर्णय लेने में देरी, प्रबन्धन की लचर कार्य प्रणाली, दूरदर्शिता की कमी, संस्थागत स्थापना के लिए अधिक खर्चा तथा वृक्षों के दोहन की बढ़ती हुई लागत हैं।प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में तथा वन, परिवहन, युवा सेवाएं एवं खेल मन्त्री गोविन्द सिहं ठाकुर के दिशा-निर्देश पर हिमाचल प्रदेश वन विकास निगम की कार्यप्रणाली एवं दक्षता में सुधार के लिए कई कदम उठाए हैं।वर्तमान सरकार ने निगम प्रबन्धन को निर्देश दिए हैं कि वे कार्य क्षेत्र में कुशलता लाएं एवं कारोबार को बढ़ाएं, जिससे निगम के घाटे की पूर्ति की जा सके। निर्णय लिया गया है कि अब 5 लाख से अधिक की लागत के कार्यों को सिर्फ ई-टेन्ड्रिंग के माध्यम से ही आंबटित किया जाएगा, जिससे पेडों के दोहन की लागत कम आयेगी और ठेकेदारों की मिलीभगत को भी झटका लगेगा। इसके अलावा जो बिरोज़ा एकत्र करने के लिए टिनों की खरीद केन्द्रीकृत तौर पर की जाती थी तथा उसे फिर पूरे राज्य में वितरित किया जाता था। उस प्रथा को बन्द कर दिया गया है क्योंकि टिन की आपूर्ति करने वाले ठेकेदार ऊंची दरों को भरते थे और टिनों के टैंडर में कोई प्रतिस्पर्धा नहीं थी। 

पहले की जाने वाली प्रथा विवादों में रही है क्योंकि उससे पारदर्शिता की कमी थी। अब निर्णय लिया गया है कि 2019 के पश्चात बिरोज़ा निष्कासन को ई-टेन्ड्रिंग द्वारा ही आबन्टित किया जाएगा, जिसमें टिन की कीमत भी शामिल होगी। इससे निगम द्वारा हर वर्ष 1.26 करोड़ रुपये की टिन पर की जाने वाली खरीद अब नहीं की जाएगी।अब श्रम आपूर्ति मेट एवं ठेकेदारों को भुगतान केवल डिजिटल मोड पर किया जाएगा तथा चैक के माध्यम से कोई भुगतान नहीं किया जाएगा, जिसमें पारदर्शिता के साथ ठेकेदारों को समय पर भुगतान सुनिश्चित होगा।सरकार ने वन निगम के कार्यों को टेंडर करने से पहले अनुमानित लागत का व्यौरा एक समान पद्धति द्वारा करने का निर्णय लिया है, जिसमें विभिन्न कार्यों के मूल्यांकन के लिए पिछले वर्षां के औसत विक्रय मूल्य बिना टैक्स को ध्यान में रखा जाएगा। कार्यों से होने वाले लाभ की अांकलन के लिए 25 प्रतिशत की दर से ओवर हेड चार्जिज ध्यान में रखे जाएंगें, जिससे टेंडर करते समय कार्यों से होने वाले लाभ-हानि का जायजा ठीक तरह से लिया जा सकेगा। प्रवक्ता ने कहा कि वर्तमान सरकार ने निजी भूमि मालिकों से लकड़ी के ओवर हेड व्यय को अब 18 से घटा कर 9 प्रतिशत कर दिया गया है। इससे राज्य के निजी पेड मालिकों को प्रर्याप्त राहत मिलेगी।वन मन्त्री ने निगम की गतिविधियों में विविधता लाने के भी निर्देश दिए हैं तथा अतिरिक्त बिरोज़ा निकासी जहां भी संभव हो, के लिए वन विभाग एवं वन निगम को वृक्षों को तुरन्त चिन्हित करने के भी निर्देश दिए हैं ।   

 

Tags: Spokesman Punjab Govt

 

 

related news

 

 

 

Photo Gallery

 

 

Video Gallery

 

 

5 Dariya News RNI Code: PUNMUL/2011/49000
© 2011-2024 | 5 Dariya News | All Rights Reserved
Powered by: CDS PVT LTD