पंजाब के पुलिस प्रमुख सुरेश अरोड़ा ने कहा है कि नशों की रोकथाम के लिए जि़ला पुलिस और विशेष टास्क फोर्स सांझी सक्रियता के साथ काम करेगीे और उन्होंने पूरी पुलिस फोर्स को पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह द्वारा पंजाब को नशीले पदार्थों से मुक्त राज्य बनाने के मकसद को वास्तविकता में बदलने के लिए एक टीम के तौर पर काम करने के लिए कहा। अरोड़ा ने पुलिस अधिकारियों को आतंकवादी, संगठित अपराधों और नशों की तस्करी के विरुद्ध चौकस रहने और नवीन प्रौद्यौगिकी का ज्यादा प्रयोग करते हुए पुलिस व्यवस्था में ऐसे जुर्मों की रोकथाम के लिए तकनीकी पहुँच अपनाने के लिए प्रेरित किया। आज यहाँ पुलिस हैडक्वाटर में पंजाब के समूह एस.एस.पीज़. और पुलिस कमीशनरों के साथ एक समीक्षा मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए डी.जी.पी. श्री अरोड़ा ने समूह पुलिस अफसरों को पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह द्वारा पंजाब को नशीले पदार्थों से मुक्त राज्य बनाने के मकसद को वास्तविकता में बदलने के लिए एक टीम के तौर पर काम करने के लिए कहा। इस मीटिंग में डी.जी.पी. / इंटेलिजेंस दिनकर गुप्ता, डी.जी.पी / विशेष टास्क फोर्स मुहम्मद मुस्तफा, डी.जी.पी. / अमन व कानून हरदीप सिंह ढिल्लों समेत अन्य सीनियर पुलिस अधिकारी भी शामिल थे। इस मौके पर डी.जी.पी. अरोड़ा ने आतंकवाद, संगठित अपराधों और नशीले पदार्थों के विरुद्ध रणनीति संबंधी पुलिस की तैयारी की समीक्षा की। इसके अलावा हरेक जि़ले के लिए जुर्म और अपराधी ट्रेकिंग और नैटवर्क प्रणाली (सीसीटीएनएस) के अमल की प्रगति की समीक्षा भी की गई।
अरोड़ा ने एसएसपीज़ और पुलिस कमीशनरों को सार्वजनिक स्थानों और महत्वपूर्ण संस्थाओं में सीसीटीवी कैमरे लगवाने, दंगा संबंधी उपकरण और प्रशिक्षण क्षमता बढ़ाने, शारीरिक सुरक्षा, सुरक्षा के लिए केन शील्ड और ज़रुरी ग़ैर-घातक यंत्र शामिल करने के लिए कहा। डीजीपी / इंटेलिजेंस दिनकर गुप्ता ने राज्य के सुरक्षा पहलू को पेश करते हुए कहा कि पंजाब पुलिस को अति चौकसी रखने और चौकस रहने की ज़रूरत है क्योंकि पंजाब अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित है, जहाँ से दहश्तगर्द ख़ास तौर पर उत्तरी अमरीका और यूरोप के कट्टड़पंथियों केे समर्थन से सक्रियता चलाते हैं। इस मौके पर डी.जी.पी / कानून-व्यवस्था हरदीप ढिल्लों ने फील्ड अधिकारी को त्योहार के सीजन के दौरान कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर चौकस रहने के लिए कहा। डीजीपी / एसटीएफ मुहम्मद मुस्तफा ने नशों की रोकथाम के विरुद्ध तैयार रणनीति की व्याख्या करते हुए कहा कि पूरी पुलिस डीजीपी के नेतृत्व अधीन सांझी सक्रियता से काम करेगी। डायरैक्टर ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन प्रबोध कुमार ने व्यक्तिगत अपराध, जायदाद संबंधी अपराध और अनसुलझे घृणित मामलों संबंधी विचार -विमर्श किया। मीटिंग के दौरान श्री सुरेश अरोड़ा ने भगौड़े अपराधियों के विश्लेषण और ट्रैकिंग के लिए डीजीपी / इंटेलिजेंस की निगरानी के तहत सोशल कंस्लटेंट प्रितपाल सिंह और उनकी टीम द्वारा तैयार किये एक सॉफ्टवेयर का उद्घाटन भी किया।