राज्य भर के कंडी क्षेत्र से संबधित लाखों किसानों को राहत देने संबधी एक बड़ा फैसला लेते हुये पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने कंडी और गैर कंडी बैल्ट में सिंचाई वाले टयूबवैलों की मुरम्मत,संभाल और अमली लागत की वसूली और इससे पहले खड़े बकाये माफ कर दिये हें।इस संबधी फैसला स. बादल ने आज पंजाब भवन में कंडी क्षेत्र के शिअद-भाजपा के सीनियर नेताओं और विधायकों से बैठक के दौरान लिया।कंडी क्षेत्र विशेषकर होशियारपुर,शहीद भगत सिंह नगर,रूपनगर,एस ए एस नगर और पठानकोट जिलों से संबधित इन कंडी क्षेत्रों के नेताओं की लम्बे समय से चली आ रही मांग को स्वीकार करते हुये मुख्यमंत्री ने पंजाब जल स्रोत प्रंबधन और विकास टयूबवैल कारपोरेशन द्वारा स्थापित इन टयूबवैलों पर खर्चे के बकाये को समाप्त कर दिया जो 6.50 करोड़ की राशि बनती हैं। इसी प्रकार सिंचाई मंत्री स. जनमेजा सिंह सेखों ने मुख्यमंत्री को बताया कि मुरम्मत,संभाल और टयूबवैल चलाने संबधी भविष्य में आने वाले खर्चे को उस बोलीकार द्वारा किया जाएगा जिसको यह टयूबवेैल स्थापित करने का कार्य अलाट किया जाएगा। इसी उदेश्य के लिए भविष्य में मांगे जाने वाले टै्रडरों में यह शर्त लागू की गई है और बोलीकार सात वर्षो के लिए यह खर्चा उठाएगा। गौरतलब है कि यह खर्चे प्रति यूनिट एक रूपये और एक रूपये 60 पैसे की दर से क्रमश: कंडी और गैर कंडी बैल्ट में टयूबवैलों की संभाल के लिए खपतकारों से लिए जाते हैं।
इन क्षेत्रों में टयूबवैलों को लगाने के लिए एक वर्ष से अधिक देरी करने हेतू पीडब्यलू आर एम बी टी सी द्वारा दिखाई गई ढील पर कठोर कार्यवाही करते हुये मुख्यमंत्री ने सिंचाई मंत्री को इस देरी के कारणों का पता लगाने और जिम्मेवारी तय करने के लिए कहा है ताकि भविष्य में ऐसी गलती ना हो। मुख्यमंत्री ने सिंचाई मंत्री,उद्योग और तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री मदनमोहन मित्तल और प्रधान सचिव सिंचाई श्री सरवेश कौसल आधारित तीन सदस्यीय कमेटी के गठन का फैसला किया है। जिसको कंडी क्षेत्र में लिफट सिंचाई के क्षेत्र में मास्टर प्लान तैयार करने के लिए कहा हैं। जो टयूबवैल सिंचाई के रिवायती ढंग का उचित बदल होगी।बादल ने सिंचाई मंत्री को निजी तौर पर कंडी क्षेत्र का दौरा करके सिंचाई सुविधाओं की कमी की स्थिति की जानकारी प्राप्त करने के लिए कहा है ताकि लगाए जा रहे टयूबवैल और लिफट सिंचाई स्कीमों के साथ लोगों को पेश समस्याओं से छूटकारा दिलाया जा सकें। उन्होने श्री कौसल को इन क्षेत्रों का इंजीनियिरों की एक टीम के साथ दौरा करने के भी निर्देश दिये ताकि सिंचाई प्रोजैक्टों को बिना किसी देरी से सम्पूर्ण किया जा सकें। उन्होने मुख्यमंत्री को भरोसा दिलाया कि वह प्रत्येक टयूबवैल पर जाकर स्थिति का जायजा लेगें ताकि बंद पडे टयूबवैलों को शीघ्र अति शीघ्र चलाया जा सकें।
बादल को बैठक दौरान यह भी बताया गया कि कंडी नहर के दूसरे चरण का तीस कि.मी. का हिस्सा वितीय वर्ष के अंत तक आरंभ हो जाएगा।स. सेखों ने मुख्यमंत्री को भरोसा दिलाया कि वह शीघ्र ही कंडी क्षेत्र का दौरा करेगें और फरवरी के तीसरे हफते होशियारपुर के सभी विधायकों और सीनियर नेताओं के साथ संयुक्त बैठक करेगें और सभी मुददों को हल करने का प्रयास करेगें।बैठक में उपस्थित प्रमुख व्यक्तियों में मुख्य संसदीय सचिव सिंचाई श्री सोहन सिंह ठंडल,मुख्य संसदीय सचिव और शामचौरासी से विधायक श्रीमती महेन्द्र कौर जोश,राजनीतिक सलाहकार मुख्यमंत्री श्री तीक्षण सूद, विधायक गढशंकर श्री सुरेन्द्र सिंह,विधायक दसूहा श्रीमती सुरजीत कौर शाही, विधायक बलाचौर चौधरी नंदलाल,विधायक रोपड़ डा. दलजीत सिंह चीमा,विधायक डेराबस्सी श्री एन के शर्मा विधायक पठानकोट श्री अश्विनी शर्मा, विधायक सुजानपुर श्री दिनेश सिंह शामिल थे।बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री एस के संधू ,विशेष प्रधान सचिव श्री गगनदीप सिंह बराड़,सचिव खर्चा श्री जसपाल सिंह,एमडी पीडब्लयू आर एम डी टी सी श्री गुरदेव सिंह सियान और चीफ इंजीनियर कंडी क्षेत्र विकास श्री हरविन्द्र सिंह भी उपस्थित थे।