बेशक नगर कॉउंसिल की हर माहवार मीटिंग में करोडो के प्रस्ताव पास होते है पर शहर की सडको की हालत आज भी काफी खराब है। ऐसे ही बात की जाये चंडीगढ़ रोड से सरकारी अस्पताल और गवर्नमेंट गर्ल्स स्कूल के मध्य कई साल पहले बनी सड़क की जो बस स्टेंड कुराली से रोपड रोड होते हुए मेन मार्केट सब्जी मंडी तक जाने का जरिया है। इस सड़क की हालत काफी खराब हो चुकी है । सैकड़ों की तादाद में लोग इस सड़क से रोजाना गुजरते हैं। लेकिन अब इस सडक की हालत इतनी खस्ता हो गई है कि चार पहिया वाहन तो दूर की बात दो पहिया वाहन और पैदल चलने के लिए भी लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। यह सड़क जगह-जगह से टूटी हुई है और इस पर पड़े बड़े-बड़े गडढ़ो के कारण बहुत से लोग दुर्घटना का शिकार हो चुके है। एक तो लोग इस टूटी सड़क से परेशान है और दूसरा इस सड़क के किनारे नगर कौंसिल की तरफ से कूड़े का डंप बनाया हुआ है। इस पर आवारा पशुओं का जमावड़ा लगा रहता है और आवारा पशु इस डंप से कूडा करकट खाते रहते है। जब स्कूल टाइम स्कूल के बच्चे इस मार्ग से गुजरते है तो ये आवारा पशु उनपर हमला कर देते है पर कॉउंसिल के अधिकारी और पार्षद आँखे बंद कर इसके पास से गुजर जाते है ।
इस डंप में पडे कूडे से पैदा हो रहे मच्छरों से बीमारियों का खतरा बहुत बढ़ गया है। इसके अतिरिक्त इस कूडे के ढेर के साथ ही एलीमेंट्री स्कूल और पीछे सरकारी अस्पताल भी मौजूद है। लेकिन शायद (तंदुरुस्त पंजाब) की तरफ नगर कॉउंसिल का कोई ध्यान ही नहीं है और इसके हल के लिए न ही नगर कौंसिल कोई कदम उठा रही है। जो आम नागरिकों को इस कूडे के डंप और टूटी सडक से निजात दिला सके । इस डंप की बदबू इतनी गंदी होती है कि इसके पास से कोई भी वयक्ति अपना मुँह ढके बिना नहीं जा सकता। यह बदबू जब वायुमंडल की हवा को दूषित करती है तो यही हवा लोगों में सांस के जरिए फेफड़ों में चली जाती है और लोग बीमारियों का शिकार हो जाते हैं। इस सड़क पर पानी के निकास का कोई पुख्ता प्रबंध नहीं है। इसके विपरीत पानी लोगों की दुकानों में घुस जाता है । यह सड़क लंबाई में तो छोटी है पर इसकी समस्याएं बहुत बडी है लोगों ने सरकार से मांग की है कि इस समस्या से जल्दी से जल्दी निजात दिलाई जाये।