स्कूली शिक्षा निदेशक कश्मीर डॉ. जी.एन. इत्तु ने कश्मीर संभाग के संयुक्त निदेशकों तथा मुख्य शिक्षा अधिकारियों के साथ एक बैठक में कहा है कि किसी भी शिक्षक को जोनल शिक्षा कार्यालयों में काम करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। यह बैठक जमीनी स्तर पर कर्मचारियों की डिटैचमैंट से सम्बंधित राज्य सरकार के निर्देशों को लागू करने की समीक्षा हेतु आयोजित की गई थी। स्कूली शिक्षा निदेशक कश्मीर ने सभी मुख्य शिक्षा अधिकारियों को कर्मचारियों की अटैचमैंट से सम्बंधित निर्देशों को अक्षरशः लागू करने और केवल पहले से ही जारी दिशा निर्देशों के अनुसार कार्यालयों में शिक्षण कर्मचारियों की सेवाओं का लाभ उठाने के निर्देश दिये। उन्होंने मुख्य शिक्षा अधिकारियों को इस सम्बंध में कल तक जमीनी स्तर पर कार्यान्वयन रिपोर्ट जमा करने के निर्देश दिये और जोर देकर कहा कि आदेश का पालन न करने वाले अधिकारियों के साथ सख्ती से निपटा जाएगा और सम्बंधित मुख्य शिक्षा अधिकारी उनके लिए उत्तरदायी होंगे। विभाग द्वारा एक और महत्वपूर्ण विकास के बारे में बात करते हुए डीएसईके ने कहा कि कश्मीर संभाग के सभी जिलों में स्थापित 60 मॉडल किंडरगाटन स्कूलों में दाखिला प्रक्रिया 15 सितम्बर 2018 से शुरू होगी।
उन्होंने कहा कि इस सम्बंध में सभी प्रबंध किये गये हैं। इसके अलावा बच्चों के अनुकूल शौचालयों, इन स्कूलों में स्मार्ट प्रयोगशालाओं और नीजि केजी स्कूलों में अन्य सभी बडी आधूनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। स्कूलों में पेयजल तथा शौचालय सुविधाओं की उपलब्धता की जानकारी लेते हुए डीएसईके ने सभी सम्बंधित अधिकारियों को सभी स्कूलों में निश्क्रिय शौचालयों को क्रियशील बनाने और पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। बैठक के दौरान राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा तुफेल अहमद मटटु ने एसएसए तथा रमसा शिक्षकों के वेतन परिदृष्य की समीक्षा की। उन्होंने सभी मुख्य शिक्षा अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिये कि इन शिक्षकों को फरवरी और जून के महीनों का वेतन तुरंत दिया जाये। निदेशक अकादमिक जेकेबोस फारूक अहमद पीर ने बैठक को जेकेबोस द्वारा पाठयपुस्तकों को तैयार करने के लिए व्यवस्थाओं की वर्तमान स्थिति के बारे में सूचित किया। इस सम्बंध में डीएसईके ने पुस्तकों की मुद्रण गुणवत्ता पर समझौता न करने पर बल दिया।