पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने 'अपनी जड़ों से जुड़ो प्रोग्राम के अंतर्गत इंग्लैंड से आए नौजवानों को वापस लौट कर विदेशों में बसते पंजाबी भाईचारे के मनों में राज्य की अमन-कानून की व्यवस्था संबंधी पाई जाती गलत धारणाओं को दूर करने का न्योता दिया। मुख्यमंत्री ने आज यहाँ दोपहर के भोजन के दौरान राज्य में 10 दिन के दौरे पर विभिन्न स्थानों से होकर आए 14 नौजवानों के साथ बातचीत की। मुख्यमंत्री ने नौजवानों को कहा कि वह विदेशों में रहते पंजाबियों को बताएं कि पंजाब के लोग अमन-शांति वाले माहौल में रह रहे हैं जबकि कुछ शरारती तत्वों द्वारा पेश की जा रही गलत तस्वीर जैसा पंजाब में कुछ भी नहीं है । मुख्यमंत्री ने कहा कि सिख फॉर जस्टिस सहित विदेशों में रह रहे कुछ पंजाब विरोधी तत्वों द्वारा पैदा की जा रही गलत धारणों का वह (नौजवान) ख़ुद ही अंदाज़ा लगा सकते हैं । उन्होंने कहा कि ऐसे बुरे तत्व पंजाब और पंजाबियों की छवि को नुक्सान पहुंचा रहे हैं जिससे अमन-शाांति के साथ मोहब्बत करने वाले पंजाबियों के मध्य अलगाववाद को उत्साहित करके राज्य की शांति और सांप्रदायिक सदभावना को राह से उतारा जा सके । मुख्यमंत्री ने नौजवानों को बताया कि न तो यहाँ कोई तनाव वाली स्थिति है और न ही किसी तरह की अमन -कानून की समस्या है । उन्होंने विदेशों में रहते समूह पंजाबियों को पंजाब आकर यहाँ की ज़मीनी हकीकतों को अपने आंखों से देखने का खुला न्योता दिया है ।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने अपने दो साथियों की भी मिसाल दी जो हाल ही में उनको मिलने के लिए विदेश से आए और उन्होंने गुरदासपुर जिले में फतेहगढ़ चूडिय़ाँ के पास अपने पैतृक गाँव जाने की इच्छा भी ज़ाहिर की । मुख्यमंत्री ने कहा, 'उनकी विनती पर मैं अपने कैबिनेट साथी की ड्यूटी उनके पैतृक गाँव के साथ जाने पर लगाई । वापसी आने पर उन्होंने बताया कि पूरे गाँव वालो द्वारा किये गए शानदार स्वागत से वह गदगद हो उठे जो सही मायनों में पंजाबियों के अपनेपन और स्नेहपूर्ण स्वभाव को दर्शाता है ।लुधियाना में हुए राज्य स्तरीय स्वतंत्रता समारोह जिसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री ने की, संबंधी पूछे गए एक सवाल के जवाब में कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि यह विभिन्न वर्गों के लोगों ख़ास कर विद्यार्थियों के लिए महत्वपूर्ण दिन होता है जो इसमें पूरे जोश से शामिल होते हैं । इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ उनके मुख्य प्रमुख सचिव सुरेश कुमार, प्रमुख सचिव तेजवीर सिंह और विशेष प्रमुख सचिव गुरकिरत कृपाल सिंह के अलावा एन.आर.आई. मामलों के प्रमुख सचिव एस.आर. लद्धड़ भी उपस्थित थे ।