केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज यहां गृह मंत्रालय में आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में जम्मू और कश्मीर मामले विभाग की प्रगति की समीक्षा की। केन्द्रीय गृह मंत्री ने संतोष व्यक्त किया कि रमजान के दौरान अभियान स्थगित करने की सरकार की घोषणा के बाद से पत्थरबाजी की घटनाएं काफी कम हुई है। वर्तमान वर्ष में पाकिस्तान द्वारा 1,252 संघर्ष विराम की घटनाओं को देखते हुए गृह मंत्री ने सीमा पर रहने वालों की सुरक्षा के लिए अंतर्राष्ट्रीय सीमा (आईबी) और नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर बंकर निर्माण के कार्य में तेजी लाने को कहा। गृह मंत्रालय ने कठुवा, सांबा, जम्मू, राजौरी और पुंछ जिलों में 14,000 से अधिक बंकरों के निर्माण के लिए 415 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है। 1,431 सामुदायिक और 13,000 से अधिक निजी बंकरों के निर्माण कार्य जुलाई से शुरु हो जाएगा। गृह मंत्री को जानकारी दी गई कि सीमा पार गोलीबारी के पीड़ितों के लिए एनडीआरएफ की दर पर मुआवजा देने और पशुधन की क्षति पर तीन दुधारू पशु देने की सीमा को हटा दिया गया है। मंत्री महोदय ने निर्देश दिया कि पशुधन के लिए मुआवजा राशि वर्तमान के 30,000 रूपये से बढ़ाकर 50,000 रूपये की जा सकती है।
श्री राजनाथ सिंह ने जल्दी से जम्मू और कश्मीर पुलिस की दो नयी सीमा बटालियनों की स्थापना करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इसके लिये सभी भर्तियां मार्च 2019 तक कर ली जानी चाहिये। गृह मंत्रालय ने मार्च 2018 में 105 करोड़ रुपये की मंजूरी दी थी। 5 भारतीय रिजर्व बटालियन के अलावा ये दो बटालियन आईबी और एलओसी से 10 किलोमीटर के भीतर स्थापित की जा रही है। इसके लिए 4690 युवाओं की भर्ती की गई है, जो अगले महीने से अपना कार्यभार संभाल लेंगे। मंजूर किए गए कुल 10,000 नए पदों में से 6,689 एसपीओ की नियुक्ति कर दी गई है। सीमा पर रहने वाले समुदायों से एसपीओ के पद को भरने की संभावनाओं को तलाशा जा रहा है। गृह मंत्री को जानकारी दी गई कि 2016-17 सीएपीएफ और असम राइफल्स के लिए विशेष भर्ती अभियान के दौरान 1079 युवाओं का चयन किया गया, जबकि 2014-17 के अवधि में 7,302 युवा सेना में शामिल किए गए थे। गृह मंत्री को प्रवासी और विस्थापित व्यक्तियों के विभिन्न वर्गों से संबंधित राहत और पुनर्वास कार्यक्रमों की प्रगति के बारे में भी जानकारी दी गई। आज की समीक्षा बैठक में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री श्री हंसराज गंगाराम अहीर और केंद्रीय गृह सचिव श्री राजीव गाबा भी उपस्थित थे।