सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के अधीनस्थ भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (एल्मिको) और झज्जर स्थित अरावली पावर कंपनी प्राइवेट लिमिटेड (एपीसीपीएल), ने कल हरियाणा के झज्जर में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। एपीसीपीएल की सीएसआर पहल के तहत हरियाणा के चरखी दादरी जिले में एल्मिको के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री डी.आर.सरीन और एपीसीपीएल के सीईओ श्री एन.एन.मिश्रा की मौजूदगी में दिव्यांगों को सहायक उपकरणों और सहायक यंत्रों के वितरण हेतु 2 करोड़ रुपये की राशि दी।एल्मिको और एपीसीपीएल के बीच हुए समझौता ज्ञापन के अनुसार चरखी दादरी जिले में दो करोड़ रुपये की अनुमानित लागत के वितरण शिविर आयोजित किए जाएंगे। इन वितरण शिविरों में कृत्रिम अंग, सहायक उपकरण जैसे मोटरयुक्त ट्राई साइकिल, व्हील चेयर, बीटीई श्रवण सहायता, दिव्यांग लोगों के लिए क्रच एक्सिला समायोज्य, ब्रेल केन, एमएसआईईडी किट, ब्रेल किट, स्मार्ट केन, स्मार्ट फोन आदि वितरित किए जाएंगे।एल्मिको एक गैर लाभकारी संस्था है जो कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत काम करने वाला केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम है।
पिछले 40 वर्षों से, एल्मिको निरंतर रूप से पीडब्ल्यूडी की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बड़े पैमाने पर विभिन्न प्रकार के सहायक उपकरणों और सहायक यंत्रों का निर्माण कर रहा है, जिसमें हड्डी समस्यों, दृष्टि तथा श्रवण समस्याओं को दूर करने के सहायक यंत्र शामिल हैं। यह हर साल औसतन दो लाख दिव्यांग आबादी की सेवा कर रहा है और लगभग 42 लाख सहायक उपकरणों और सहायक यंत्रों की आपूर्ति करता है।अरावली पावर कंपनी प्राइवेट लिमिटेड (एपीसीपीएल) एक संयुक्त उद्यम कंपनी है जिसमें 50 प्रतिशत हिस्सेदारी एनटीपीसी लिमिटेड, हरियाणा पावर जनरेशन कंपनी लिमिटेड (एचपीजीसीएल, हरियाणा राज्य की कंपनी) की 25 प्रतिशत हिस्सेदारी और इंद्रप्रस्थ पावर जनरेशन कंपनी लिमिटेड (आईपीजीसीएल, दिल्ली राज्य की कंपनी) की 25 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इसने पिछले वर्ष एल्मिको के सहयोग से हरियाणा के झज्जर और रेवाड़ी जिले में दिव्यांगजन को सहायक उपकरण और सहायक यंत्र के लिए 3 करोड़ की सहायता दी और अब निकटवर्ती चरखी दादरी जिले के लिए समझौते ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।