यहां जारी राष्ट्रमंडल खेलों का नौवां दिन शुक्रवार को एक बार फिर कुश्ती में भारत के लिए कई पदक लेकर आया।भारत ने कुश्ती मुकाबलों में एक स्वर्ण, दो रजत और एक कांस्य पदक पर कब्जा जमाया।दिग्गज पहलवान बजरंग पुनिया को स्वर्ण मिला। महिलाओं में स्वर्ण की दावेदार के रूप में गोल्ड कोस्ट पहुंची पूजा ढांडा को रजत मिला। भारत केसरी दंगल में गीता फोगट को मात देने वाली दिव्या काकरन के हिस्से कांस्य आया। मौसम खत्री को फाइनल में हार के साथ रजत मिला। ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पदक विजेता बजरंग ने 65 किलोग्राम भारवर्ग के फाइनल में वेल्स के केन चारिग को मात्र दो मिनट में ही चित कर स्वर्ण पदक पर कब्जा जमा लिया। भारतीय पहलवान ने पलक झपकते ही अपने प्रतिद्वंद्वी चारिग पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया। उन्होंने चारिग को हाथों से जकड़कर पटका और दो अंक लिए। इसी अवस्था में उन्होंने वेल्स के पहलवान को रोल कर दो अंक और लेते हुए 4-0 की बढ़त बना ली।इसी शैली और तरीके से बजरंग ने चार अंक और लिए। अंत में बजरंग ने चारिग को चित करते हुए 10 अंक हासिल कर सोना जीता। इस बीच चारिग केवल एक अंक ही ले पाए।बजरंग ने 65 किलोग्राम भार वर्ग में अपने अभियान की शानदार शुरुआत जीत से की थी और न्यूजीलैंड के ब्राहम रिचर्डस को तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर हराया था।भारतीय पहलवान ने क्वार्टर फाइनल में नाइजीरिया के अमास डेनियल को 1-0 से पीटकर सेमीफाइनल में अपना स्थान पक्का किया था।
बजरंग ने अंतिम-चार में कनाडा के विनसेंट डी मारीनिस को 8-0 से धोकर स्वर्ण पदक मुकाबले में कदम रखा जहां उन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों का पहला स्वर्ण पदक जीत लिया।उधर, मौसम खत्री को पुरुषों के 97 किलोग्राम भारवर्ग स्पर्धा के फाइनल में हारकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा।दक्षिण अफ्रीका के मार्टिन एरासमस ने मौसम को हरा कर स्वर्ण जीता। पहले राउंड में मार्टिन ने 12 टेक्निकल प्वाइंट हासिल किए जबकि मौसम केवल दो अंक ही अर्जित कर पाए।मौसम ने सेमीफाइनल में नाइजीरिया के सोसो टामाराउ को 10-7 से हराया था।महिलाओं में पूजा से सभी को स्वर्ण की उम्मीद थी, लेकिन 57 किलोग्राम स्पर्धा के फाइनल में केवल दो अंकों के अंतर से हार कर उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा। पूजा को फाइनल में नाइजीरिया की ओडुनायो अडेकुओरोये ने 7-5 से मात देकर सोना जीता। ओडुनायो ने 2014 के ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों में भी स्वर्ण पदक जीता था।पूजा ने इससे पहले कैमरून की जोसेफ टियाको को 11-5 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया था।
पूजा को फाइनल में संघर्ष करना पड़ा और पहले राउंड में ओडुनायो ने उन पर 6-1 की बढ़त ले ली। दूसरे दौर में ओडुनायो अपना बचाव करने की कोशिश कर रही थीं, ताकि अपनी पांच अंकों की बढ़त से जीत हासिल कर सकें। पूजा पूरी तरह से आक्रामक होते हुए अंक लेने की कोशिश कर रही थीं।अंतिम मिनट में आखिरकार पूजा को उन्हें पटकने के अंक हासिल हुए और उन्होंने अपना स्कोर 5-7 कर लिया, लेकिन अंतिम तीन सेकेंड में केवल दो अंकों के अंतर से वह सोना जीतने से चूक गईं।महिलाओं की 68 किलोग्राम भार वर्ग में दिव्या काकरन ने कांस्य पदक पर कब्जा किया। दिव्या ने कांस्य पदक के लिए हुए मैच में बांग्लादेश की पहलवान शेरिन सुल्ताना को आसानी से हरा दिया।इससे पहले, दिव्या को सेमीफाइनल में निराशा हाथ लगी थी। दिव्या को सेमीफाइनल में नाइजीरिया की ब्लेसिंग ओबोरडुडु ने 11-1 से हराया।