पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बुधवार को विधानसभा में बताया कि पंजाब अधीनस्थ सेवाएं चयन बोर्ड (एस.एस.एस.बी.) का पुनर्गठन प्रक्रिया अधीन है।बजट सत्र के दूसरे दिन प्रश्न काल के दौरान मुख्यमंत्री राज्य सरकार द्वारा लगाऐ जा रहे रोजग़ार मेलों संबंधी विपक्ष के नेता सुखपाल सिंह खैहरा द्वारा पूछे गये सवाल का जवाब दे रहे थे।इस विषय संबंधी जानकारी की कमी के कारण सुखपाल सिंह खैहरा पर तंज कसते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि थोड़ी जानकारी घातक होती है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बताया कि उनकी सरकार ने सत्ता संभालने के बाद राज्य में 1.61 लाख से अधिक नौकरियां पैदा की हैं, जिनमें से 25 हज़ार से अधिक सरकारी नौकरियां हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के बड़े रोजग़ार मेलों के हाल ही में समाप्त हुए दूसरे दौर में लगभग 29 हज़ार नौजवानों को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं। इनमें से 7 हज़ार को सरकारी नौकरी दी गई है।घर- घर रोजगार योजना के तहत रोजग़ार मुहैया करवाने संंबंधी अपनी सरकार की वचनबद्धता को दोहराते हुये मुख्यमंत्री ने सदन को बताया कि क्लर्को के लगभग 757 पद खाली हैं, जिनको सरकार जल्द ही भरेगी।
इससे पहले शहीद भगत सिंह नगर से विधायक अंगद सैनी द्वारा जिला प्रशासन, शहीद भगत सिंह नगर में क्लर्कों के रिक्त पड़े 57 पदों और वर्ग चार के 55 पदों पर भर्ती बारे सरकार के प्रस्ताव संबधी प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने सदन को भरोसा दिया कि सरकार द्वारा इन पदों को वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान भरने का प्रयास किया जायेगा।एस.बी.एस. नगर में रिक्त पड़े पदों संबंधी विस्तार में जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि अधीनस्थ सेवाएं चयन बोर्ड, पंजाब को क्लर्कों के 45 रिक्त पदों पर भर्ती के लिए 30 मार्च, 2016 को निवेदन किया गया था और इसके बाद राजस्व विभाग की तरफ से 7 जून, 2016 को क्लर्कों के 20 अन्य पदों पर भर्ती के लिए बोर्ड को निवेदन किया गया था।मुख्यमंत्री ने सदन को बताया कि एस.बी.एस. नगर के डिप्टी कमीश्नर की रपोर्ट के मुताबिक अधीनस्थ सेवाएं चयन बोर्ड से इन पदों पर भर्ती के लिए कोई सिफ़ारिश नहीं आई और अब वर्ग-4 के रिक्त पद भरने के लिए अन्य विभागों से तबादले का प्रस्ताव है।कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आगे बताया कि राज्य के कमीश्नर/डिप्टी कमीश्नर कार्यालयों में रिक्त पड़े क्लर्कों के 757 पद और स्टैनोटाईपिस्टों के 30 पदों पर भर्ती के लिए बोर्ड को निवेदन किया गया है।