पशु, भेड एवं मत्स्य पालन मंत्री अब्दुल गनी कोहली ने कहा है कि मत्स्य विभाग, जम्मू-कश्मीर सरकार ने सार्वजनिक रूप से ट्राउट परमिट की ई-बुकिंग सुविधा प्रदान करने के माध्यम से ई-गवर्नेंस की तरफ कदम उठाया है।इस एप्लिकेशन को मत्स्य पालन विभाग के पोर्टल www.jkfisheries.in पर आज यहां नागरिक सचिवालय जम्मू में अपलोड किया गया है। ऐप्प को सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, जम्मू-कश्मीर के माध्यम से उन्नत कंप्यूटिंग के विकास, संचार और सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय (सीडीएसी) द्वारा विकसित किया गया है।इस अवसर पर बोलते हुए, मंत्री ने कहा कि ई-बुकिंग में स्थानीय के साथ-साथ विदेशी मछुआरों को सुविधा होगी। उन्होंने आगे कहा कि ऐप्प मछुआरों को राज्य में कहीं भी नक्शे के साथ हरे स्थानों के बारे में सुविधा प्रदान करेगा जहां मछुआरें मछली पकड़ने की इच्छा रखते हैं। उन्होंने कहा कि विश्व में कहीं से भी बुकिंग के बाद मछली पकड़ने वालों को स्वचालित रूप से एक एसएमएस अलर्ट प्राप्त होगा।मंत्री ने कहा कि विभाग ने मत्स्य पालन निदेशालय, श्रीनगर में लगभग 250 ट्राउट बीट के लिए इन परमिट जारी कर दिए है, लेकिन अब ऑनलाइन सेवा शुरू करने के साथ ही दुनिया भर में किसी भी तरह की मछली पकड़ने वाली बुकिंग कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीर की ट्राउट बीट दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं और कश्मीर को मछली पकड़ने वालों पैराडाइज के नाम से जाना जाता है। उन्होंने कहा कि कश्मीर ट्राउट ब्राउन और रेनबो ट्राउट विश्व प्रसिद्ध स्पोर्ट फिश हैं जो कि भारत और विदेश से कश्मीर में कई गेंगलरों को आकर्षित करते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के अलावा सुविधा भी बड़ी मात्रा में राजस्व उत्पादन में मदद करेगी।इस अवसर पर आयुक्त सचिव, पशु भेड़ पालन और मत्स्य पालन, आर के भगत, निदेशक मत्स्य पालन, आर एन पंडिता और मत्स्य विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।