शिक्षा, पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री प्रिया सेठी ने राज्य के तीर्थ पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए धार्मिक स्थानों के विकास पर जोर दिया और कहा कि सरकार जेके के विशाल धार्मिक पर्यटन क्षमता को दोहन करने के लिए प्रतिबद्ध है।मंत्री महाशवरात्रि के अवसर पर कामेश्वर मंदिर, अखनूर की अपनी यात्रा के दौरान बोल रहे थे।इस अवसर पर विधायक राजीव शर्मा, डॉ कृष्ण लाल, महंत रामेश्वर दास, क्षेत्र के प्रमुख नागरिक और विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।इस अवसर पर बोलते हुए, मंत्री ने कहा कि सरकार ने राज्य में तीर्थ ा के हर पहलू का दोहन करने के लिए कई पहल की हैं। राज्य के हर हिस्से में स्थित प्रमुख धार्मिक स्थानों के विकास पर ध्यान दिया जा रहा है ताकि तीर्थयात्रियों को उनके रहने के लिए सुविधाजनक सुविधाएं मिल सकें और उनकी यात्रा एक यादगार एक हो।मंत्री ने कहा, ‘सरकार द्वारा राज्य भर में धार्मिक स्थलों के बुनियादी ढांचे को उन्नत करने और बढ़ाने के लिए आवश्यक तंत्र पहले से ही स्थापित किया गया है’।उन्होंने कहा कि कामेश्वर मंदिर जैसे धार्मिक स्थल महान ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के है और न केवल अपने ऐतिहासिक महत्व को बनाए रखने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं बल्कि क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए इसके विकास को सुनिश्चित करने के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं।
मंत्री ने कहा कि राज्य के लिए प्रधान मंत्री विकास पैकेज पर्यटन क्षेत्र के समग्र विकास और जम्मू कश्मीर को प्रमुख तीर्थ पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की उम्मीद कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘जम्मू व कश्मीर में एक समृद्ध शैववाद विरासत है जो धार्मिक पर्यटन के माध्यम से प्रदर्शित किया जा सकता है।’’ उन्होंने कहा कि राज्य में प्रत्येक क्षेत्र में ऐतिहासिक तीर्थ स्थलों और धार्मिक स्थल हैं, जिनमें बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों को आकर्षित करने और पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने की काफी संभावना है।प्रिया ने कहा कि ‘मंदिरों के शहर’ की पर्यटन के क्षेत्र में काफी संभावनाएं हैं क्योंकि यहां पर इमारतों, स्मारकों, धार्मिक और अन्य प्राकृतिक स्थानों से इस क्षेत्र की संस्कृति और परंपरा को प्रतिबिंबित किया जाता है और इसके संरक्षण और बढ़ावा देने के लिए ठोस प्रयास किये जा रहे हैं।बाद में, मंत्री ने पीरखोह और दीवान मंदिर का दौरा किया और राज्य में शांति और समृद्धि के लिए प्रार्थना की।