शिक्षा, संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री प्रिया सेठी ने कहा कि सरकार जम्मू-कश्मीर को सांस्कृतिक पर्यटन के केंद्र के रूप में विकसित करने के प्रयास के साथ संस्कृति के क्षेत्र में परिवर्तन लाने के लिए क्रांतिकारी पहल कर रही है।अभिनव थियेटर में जम्मू एवं कश्मीर कला, संस्कृति एवं भाषा अकादमी (जेकेएएसीएल) द्वारा आयोजित 2 दिवसीय वसंत उत्सव 2018 के उद्घाटन समारोह के दौरान मुख्य अतिथि के रूप में मंत्री ने यह कहा।पहले दिन एक संगीत संध्या में कलाकारों ने समारोह की शुरुआत की, जिसमें राज्य के महान कलाकारों द्वारा एक संगीत कार्यक्रम पेश किया गया।अपने संबोधन में मंत्री ने कहा कि जम्मू व कश्मीर राज्य विविध संस्कृतियों का एक अद्वितीय गुलदस्ता है और सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए एक केंद्र के रूप में विकसित होने की काफी संभावना है।मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के प्रभार वाला संस्कृति विभाग संस्कृति क्षेत्र में सुधारवादी परिवर्तन लाने और ऐसा करने में दृढ़ है, राज्य में संस्कृति पर्यटन को बढ़ाने के लिए सरकार ने कई महत्वपूर्ण पहल की हैं।’’ उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री राज्य की समृद्ध संस्कृति और विरासत को बढ़ावा देने के लिए उठाए गए हर पहल के लिए अपना पूरा समर्थन दे रहे हैं।
प्रिया ने कलाकारों को राज्य की समृद्ध संस्कृति को बढ़ावा देने और दिखाने के लिए अपनी प्रतिभा और कौशल का उपयोग करने के लिए कहा और राज्य के पर्यटन को बढ़ावा देने में योगदान देने को कहा।स्थानीय प्रतिभा को बढ़ावा देने के महत्व पर बल देते हुए मंत्री ने कहा कि यह जरूरी है कि राज्य के समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के झंडेदार कलाकार हैं और सरकार कलाकारों के के लिए महत्वपूर्ण वित्तीय लाभ के साथ आर्थिक आत्मनिर्भरता के प्रति काम करने के लिए दृढ़ है। उन्होंने कहा कि संस्कृति ने राष्ट्र निर्माण और सामाजिक सामंजस्य और कला के संरक्षण और प्रोत्साहन में निर्णायक भूमिका निभाई है। इसके लिए स्थानीय प्रतिभा को पहचानना और इसके प्रदर्शन के लिए एक मंच तैयार करना आवश्यक है।प्रिया ने स्थानीय प्रतिभा को बढ़ावा देने के लिए और प्लेटफार्म बनाने के लिए कहा और आगे और अधिक स्थानीय सामग्री का उत्पादन करने के लिए कौशल विकास की आवश्यकता पर बल दिया।मंत्री ने स्थानीय उभरते कलाकारों के लिए नवीनतम तकनीक और उपकरणों से लैस स्टूडियो को समर्पित करने की अपनी इच्छा व्यक्त की।प्रिया ने राज्य के कला और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए कार्यक्रमों के आयोजन के लिए स्कूलों और कॉलेजों के साथ सहयोग करने के लिए अकादमी से कहा। मंत्री ने यह भी आश्वासन दिया कि सरकार अधिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन के लिए अकादमी को अतिरिक्त धन उपलब्ध कराने पर विचार करेगी।मंत्री ने इस तरह के कार्यक्रमों के माध्यम से स्थानीय प्रतिभाओं के पोशण के लिए अकादमी की सराहना की।
इस अवसर पर बोलते हुए, सचिव जेकेएएसीएल डॉ अजीज हाजनी ने बताया कि 21 फरवरी को अंतरराष्ट्रीय मातृ दिवस मनाया जाएगा और राज्य अकादमी द्वारा तीन दिवसीय उत्सव मनाया जाएगा जिसमें राज्य के 1000 से अधिक कलाकार शामिल होंगे। अतिरिक्त सचिव, जेकेएएसीएल, डॉ अरविंदर सिंह अम्न ने कार्यकम्र की सफल परिणति के लिए कलाकारों, गायकों, संगीतकारों और अकादमी के कार्यकर्ताओं को बधाई दी।मधुर आवाज के साथ दर्शकों को मंत्रमुग्ध करने वाले प्रसिद्ध कलाकारों में जीवन शर्मा, इंदु बाला, शाम साजन, सूरज सिंह, विशाल गुप्ता, दीपाली वातल, जसमीत कौर, सुभाश लंगेह, सोनाली डोगरा, सरगम शर्मा, भानु लंगेह, सतींदर कुमार, साहिल गुत्तकार और वीधी जसवाल शमिल थे।संगीतकार विक्की गिल, चन्दन कुमार और कृष्ण कुमार (सिंथ), साहिल जसोत और विजय आनंद (ढोल), जोगिंदर पाल, दरबारी लाल और पुरशेत्तम (तबला), राकेश कुमार (ऑक्टोपैड), जास्कब और विकास नागर (गिटार) और राकेश आनंद (बांसुरी)। ने गायकांे का साथ दिया। सांस्कृतिक अधिकारी जेकेएएसीएल, बिशन दास इस कार्यक्रम के समन्वयक थे, जबकि कार्यवाही बिंदीया टिक्कू और मिताली गुप्ता ने की थी।इस अवसर पर कई प्रमुख कलाकार और लेखक उपस्थित थे।