ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री अब्दुल हक खान ने जम्मू प्रांत में उम्मीद योजना को लागू करने की समीक्षा हेतु आज एक बैठक आयोजित की। राज्य ग्रामीण आजीविका के मिशन निदेशक बक्षी जावेद हुमायूं, एनआईआरडी निदेशक डॉ शंकर दत्त, अतिरिक्त मिशन निदेशक जम्मू, राज्य परियोजना प्रबंधक आदिल तनकी और बुरहान उल हक, एनआईआरडी राज्य टीम और विभिन्न परियोजना लागू करने वाली एजैंसियों के प्रतिनिधी बैठक में उपस्थित थे। मंत्री को बताया कि वर्तमान मे रायपुर, बंगलौर और जम्मू में विभिन्न पीआईए में राज्य के 1037 युवाओं को विभिन्न रोजगार उन्मुख कौशल में प्रषिक्षण दिया जा रहा है। उन्हें बताया गया कि सरकार इन प्रषिक्षुओं का सारा खर्चा उठा रही है। अब्दुल हक ने विभाग के प्रदर्षन पर संतुश्टि जताते हुए सम्बंधित पीआई से और अधिक छात्रों को शामिल करने की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए कहा ताकि दिये गये लक्ष्य को तय समय के भीतर पूरा किया जा सके।मंत्री ने इसके अतिरिक्त बताया कि जेकेएसआरएलएम को हिमायत योजना के अंतर्गत तीन वर्शो की समयावधि के लिए 1601.51 करोड 3 के आवंटन के साथ जम्मू कश्मीर के 1.24 लाख युवाओं को प्रिषिक्षण देने तथा उन्हें रोजगार देने की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है।उन्होंने कहा कि इस सम्बंध में विभाग ने 104.24 करोड़ रु की राशि प्राप्त की है तथा अब तक 45.21 करोड़ रु का व्यय हुआ है। उन्होंने कहा कि हिमायत दीनदयाल उपाध्यय ग्रामीण कौशल्य योजना के तहत जम्मू व कश्मीर में बेरोजगार युवाओं के लिए एक कौशल विकास सह नियुक्ति कार्यक्रम है।