ग्रामीण विकास मंत्री अब्दुल हक खान ने आज विधान सभा को सूचित किया कि राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत मंडी ब्लॉक में 323 स्व-सहायता समूह का गठन किया गया है।वह जावेद अहमद राणा के ध्यानाकर्शण प्रस्ताव का जवाब दे रहे थे। मंत्री ने सदन को बताया कि नवंबर 2016 में पुंछ जिले के मंडी ब्लॉक को यूएमईईईडी योजना के तहत लाया गया था।अब्दुल हक ने सदन को बताया कि 241 एसएचजी को 36.15 लाख रुपये का एक परिक्रामी फंड दिया गया है जबकि 125 एसएचजी को 50 लाख रुपये का सामुदायिक निवेश निधि प्रदान किया गया है। उन्होंने कहा कि 31 गांव संगठनों का भी गठन किया गया है, जिनमें से 30 वीओ को 60 लाख रूपए की राशि दी गई है। उन्होंने कहा कि दो क्लस्टर स्तर फेडरेशन का गठन किया गया है जबकि 613 सदस्यों को बीमा योजना के तहत कवर किया गया है।अधिक जानकारी देते हुए, अब्दुल हक ने कहा कि पुंछ जिले के सुरनकोट ब्लॉक को भी इस वर्ष जनवरी में जम्मू और कश्मीर एसएलएएम के उमेड कार्यक्रम के तहत लाया गया है और सामाजिक जुटाने की शुरुआत की गई है।मंत्री ने आगे बताया कि कार्यक्रम के तहत ग्रामीण आबादी के 66 प्रतिषत तक पहुंचने या 143 पूर्वी ब्लाकों में 90000 स्व-सहायता समूह (एसएचजी) गठित कर, उन्हें स्थायी आजीविका के अवसरों के साथ जोड़ने और उन्हें गरीबी से बाहर रखने के लिए आदेश दिया गया।उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के तहत आज तक 22270 एसएचजी का गठन किया गया है, जिसमें लगभग 2 लाख महिलाएं शामिल हैं। उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष के दौरान, मिशन ने वित्त वर्ष 2017-18 के तीसरे और चौथे क्वार्टर में 24 अतिरिक्त ब्लॉक बनाए और एसएचजी के गठन के लिए सामाजिक जुटाई के दौर चल रहा है।