Tuesday, 14 May 2024

 

 

खास खबरें मीत हेयर ने मालेरकोटला में पार्टी कार्यालय का उद्घाटन किया राजा वड़िंग ने दाखा में चुनाव प्रचार किया, पंजाब के लिए कांग्रेस के 'पांच न्यायों' की वकालत की सीजीसी लांडरां की एनसीसी कैडेट एसयूओ महिमा को मिला बेस्ट कैडेट अवार्ड 6000 रुपए की रिश्वत लेता ए. एस. आई विजीलैंस ब्यूरो द्वारा काबू शहरी मंत्री रहते भू माफिया बने पूर्व विधायकः सीएम सुखविन्दर सिंह सुक्खू मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग ने साइक्लिंग एक्सपीडिशन को रवाना किया एलपीयू द्वारा15वां अचीवर्स अवार्ड समारोह आयोजित: विद्यार्थियों को किया एक करोड़ रुपये के नकद पुरस्कारों से सम्मानित मोहकमपुरा से आम आदमी अध्यक्ष कांग्रेस में शामिल सैयामी खेर का कहना है, मुझे ऐसी भूमिकाएं करना पसंद है जो शारीरिक और भावनात्मक रूप से थका देने वाली हो, एक अभिनेता के रूप में यह फायदेमंद है यह चुनाव भारत के भविष्य का चुनाव है और नरेंद्र मोदी सारे देश को आगे ले जाना चाहते हैं : पूर्व गृह मंत्री अनिल विज केस में से नाम निकालने के बदले 10,000 रुपए रिश्वत लेता ए. एस. आई. विजीलैंस ब्यूरो द्वारा काबू निरंकारी युवाओं के लिए ‘कैरियर मार्गदर्शन वर्कशाप’ का आयोजन किया ज़मीन के इंतकाल के बदले 3 हज़ार रुपए रिश्वत लेता पटवारी का कारिंदा विजीलैंस ब्यूरो द्वारा काबू युवा शक्ति का इस्तेमाल चुनाव अभियान में कैसे होगा, डा.सरोज पांडेय ने तैयार किया रोडमैप उन दलबदलुओं पर विश्वास न करें जिन्होने अपनी ही मां पार्टियों को धोखा दिया: सुखबीर सिंह बादल गुरु घर नतमस्तक हो औजला ने भरा नामांकन तरसेम सिंह डीसी की घर वापसी मुख्यमंत्री भगवंत मान ने नवांशहर में मलविंदर कंग के लिए किया चुनाव प्रचार मनीष तिवारी की रामदरबार पदयात्रा में उमड़ा जनसैलाब प्रदेश कांग्रेस के उम्मीदवार विजय इंदर सिंगला ने श्री आनंदपुर साहिब सीट के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया पंजाब की लोकसभा रेस में आप निकली सबसे आगे, आधा दर्जन विधानसभा क्षेत्रों में कई बड़े दिग्गज नेता हुए पार्टी में शामिल

 

बुंदेलखंड के दिन बहुरने की आस जागी, मगर पुराने अनुभव खटास भरे!

Listen to this article

Web Admin

Web Admin

5 Dariya News

खजुराहो (मध्य प्रदेश) , 04 Dec 2017

सूखा, पलायन और बेरोजगारी बुंदेलखंड की आज की पहचान है। यहां के लोग हर हाल में इस कलंक से छुटकारा पाना चाहते हैं। मध्य प्रदेश की पर्यटन नगरी खजुराहो में चले दो दिवसीय राष्ट्रीय जल सम्मेलन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तालाबों को अतिक्रमण मुक्त करने की घोषणा और सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे तथा जलपुरुष राजेंद्र सिंह की मौजूदगी में समस्या निदान के लिए बनी रणनीति ने यहां के लोगों के मन में एक बार फिर आस जगा दी है कि अब उनके इलाके के हालात बदल सकते हैं।खजुराहो सम्मेलन में इस क्षेत्र के हालात पर विभिन्न हिस्सों से आए विषेषज्ञों ने राय जाहिर की। राजेंद्र सिंह ने मुख्यमंत्री की मौजूदगी में कहा कि यह इलाका कभी पानीदार हुआ करता था, मगर अब ऐसा नहीं रहा, क्योंकि तालाबों और अन्य जल संरचनाएं जो चंदेल कालीन हैं, उन पर अतिक्रमण हो चुका है, पानी पहुंचने के रास्ते बंद हो गए हैं। जब तक इन जल संरचनाओं का सीमांकन, चिन्हीकरण करके अतिक्रमण मुक्त नहीं किया जाता तब तक इस इलाके के जल संकट को खत्म करना आसान नहीं होगा। मुख्यमंत्री चौहान ने इस मौके पर राजेंद्र सिंह की मांग पर अफसरों को निर्देश दिया कि सभी तालाबों का सीमांकन, चिन्हीकरण किया जाए और अतिक्रमण हटाया जाए। 

इसके लिए अभियान चलाया जाए। यहां बताना लाजिमी होगा कि बुंदेलखंड, वह इलाका है, जिसमें कुल 13 जिले आते हैं। उत्तर प्रदेश के सात जिलों झांसी, ललितपुर, जालौन, हमीरपुर, बांदा, महोबा, चित्रकूट और मध्य प्रदेश के छह जिले छतरपुर, टीकमगढ़, पन्ना, दमोह, सागर व दतिया आते हैं। इन सभी 13 जिलों की कमोवेश एक सी हालत है। सामाजिक कार्यकर्ता पवन राजावत कहते हैं, "बुंदेलखंड में लगभग 4000 जल संरचनाएं हुआ करती थीं। बारिश का पानी इन जल संरचनाओं में पहुंचने से जल संरचनाओं का जल स्तर कभी भी नीचे नहीं जाता था, मगर वक्त के साथ अधिकांश जल संरचनाएं अपना अस्तित्व खो चुकीं और जल संग्रहण क्षमता बढ़ाने के प्रयास नहीं हुए। लिहाजा कभी पानीदार रहा इलाका सूखा ग्रस्त हो गया। मुख्यमंत्री चौहान की घोषणानुसार इन संरचनाओं को फिर दुरुस्त किया जाता है, तो इस इलाके की तस्वीर बदल सकती है।"टीकमगढ़ से इस सम्मेलन में हिस्सा लेने आई रामवती कहती हैं, "मुख्यमंत्री ने जो कहा है अगर वैसा हो जाए तो फिर क्यों खेत सूखे रहेंगे, फिर हमें पलायन नहीं करना होगा। इससे हमारा जीवन खुशहाल हो सकता है। 

साथ में यह भी लगता है कि क्या ऐसा हो पाएगा?"वरिष्ठ पत्रकार रवींद्र व्यास का कहना है, "बुंदेलखंड की स्थिति को बदलने के लिए संप्रग सरकार में 7200 करोड़ का विशेष पैकेज आया था, उसका क्या हाल हुआ, यह किसी से छुपा नहीं है। न तो लोगों को रोजगार मिला और न ही ऐसी जल संरचनाएं बन पाईं जो लंबे समय तक इस इलाके के लिए लाभदायक होतीं। वास्तव में इस पैकेज से क्षेत्र को तो कोई लाभ नहीं मिला, मगर अफसरों के वारे-न्यारे जरूर हो गए। अब यह तो समय ही बताएगा कि मुख्यमंत्री चौहान की घोषणा और निर्देशों पर कितना अमल होता है।"जल सम्मेलन में हुई चर्चा और जल स्रोतों की स्थिति पर जताई गई चिंता के साथ ही मुख्यमंत्री की घोषणा ने यहां के लोगों के मन में एक बात तो जगा दी है कि तालाब सुधारने की मंशा सरकार की है। साथ ही कई आशंकाएं भी हैं। उन्हें लगता है कि क्या प्रशासन इन तालाबों से अतिक्रमण हटाने का साहस जुटा पाएगा। जब अतिक्रमण विहीन तालाबों के ही रख-रखाव पर प्रशासन मौन है, तो वह कितनी ईमानदार पहल मुख्यमंत्री की घोषणा पर करेगा, यह वक्त बताएगा। 

 

Tags: Shivraj Singh Chouhan , Anna Hazare

 

 

related news

 

 

 

Photo Gallery

 

 

Video Gallery

 

 

5 Dariya News RNI Code: PUNMUL/2011/49000
© 2011-2024 | 5 Dariya News | All Rights Reserved
Powered by: CDS PVT LTD