माकपा विधायक यूसुफ तारिगामी ने बुधवार को कहा कि उन्होंने केंद्र सरकार के विशेष प्रतिनिधि दिनेश्वर शर्मा से कहा है कि जम्मू एवं कश्मीर में शांति सिर्फ ईमानदार व सार्थक बातचीत से आ सकती है। पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट (पीडीएफ) के नेता हाकिम यासीन व डेमोक्रेटिक पार्टी नेशनलिस्ट (डीपीएन) के नेता गुलाम हसन मीर के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बात कही। इससे पहले तारिगामी व दूसरे नेताओं ने शर्मा से मुलाकात की थी। तारिगामी ने कहा कि बातचीत की प्रक्रिया से पहले शांति की शर्त नहीं रखी जा सकती।उन्होंने कहा, "कुछ संवैधानिक गारंटियां हैं, जैसे धारा 370, जिसे जम्मू एवं कश्मीर के लोगों को दिया गया है। हालांकि इस धारा का व्यापक व असंवैधानिक क्षरण हुआ है, फिर भी इसे विश्वास बहाली उपाय के तहत संरक्षित किया जाना चाहिए, जिससे लोग संवाद प्रक्रिया के ईमानदारी व गंभीरता पर विश्वास करें।"