भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजरायल के अपने समकक्ष बेंजामिन नेतन्याहू के साथ मिलकर गुरुवार को भारत-इजरायल नवाचार सेतु लॉन्च किया, जिसका मकसद दोनों देशों की स्टार्ट-अप कंपनियों तथा प्रवर्तकों को आपस में जोड़ना है। सेतु का उद्देश्य कृषि प्रौैद्योगिकी, जल प्रौद्योगिकी तथा डिजिटल स्वास्थ्य देखभाल जैसे क्षेत्रों में इजरायली तथा भारतीय कंपनियों को फायदा पहुंचाना है।भारत के पास 15.735 करोड़ हेक्टेयर कृषि भूमि है, जबकि 500 से अधिक इजरायली प्रौद्योगिकी कंपनियां हैं।इसी तरह, भारत भूजल का सबसे बड़ा उपभोगकर्ता है, जबकि इजरायल जल प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सबसे बड़ा निवेशक है।
साल 2018 तक सस्ती स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं ढूंढने वाली की तादाद 60 करोड़ पहुंच जाएगी। डिजिटल स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में इजरायल की 385 कंपनियां कार्यरत हैं, जो इसका एक समाधान प्रदान कर सकती हैं।दोनों देशों ने बुधवार को अपने द्विपक्षीय संबंधों को रणनीतिक भागीदार के रूप में उन्नत किया और जल प्रबंधन के क्षेत्र में दो और कृषि के क्षेत्र में एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।मोदी तीन दिवसीय यात्रा पर मंगलवार को इजरायल पहुंचे। भारतीय प्रधानमंत्री का इस देश का यह पहला दौरा है।मोदी तथा नेतन्याहू ने गुरुवार सुबह हैफा भारतीय कब्रिस्तान में पुष्पांजलि अर्पित की। यह प्रथम विश्व युद्ध में मारे गए 49 राष्ट्रमंडल सैनिकों की कब्र है, जिनमें से 44 भारतीय थे।