आम आदमी पार्टी ने रविवार को एक बारी फिर साफ शब्दों में कहा कि पंजाब के पास हरियाणा को देने के लिए फालतू पानी नहीं है और हरियाणा को निश्चित योजना अनुसार शारदा यमूना लिंक नहर से पानी दिया जाना चाहिए। चण्डीगढ़ में पत्रकारों को संबोधन करते आप नेता एच.एस फूलता ने कहा कि केंद्र सरकार को 1976 के इंद्रा गांधी द्वारा जारी किए आडर वापिस लेने चाहिए और इस मुद्दे को सुलझाना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट में एस.वाई.एल नहर केस की सुनवाई 28 मार्च को है। फूलका ने कहा कि 2002 में बनी योजना अनुसार केंद्र सरकार शारदा यमूना लिंक नहर बनाने के लिए राजी हुई थी। जो कि उत्तराखंड के चम्पावत जिले से बह कर करनाल नजदीक यमूना नदी में मिलेगी। उन्होंने कहा कि यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट ने भी केंद्र सरकार को इस नहर के निर्माण का आदेश दिया था क्यों जो उत्तराखंड में फालतू पानी बाढ़ के लिए जिम्मेदार है और इस पानी के साथ हरियाणा में जल पूर्ति की जा सकती है।फूलका ने कहा कि बादल अपने हिस्सेदार मोदी के साथ बातचीत करके शारदा यमूना लिंक के जल्द निर्माण के लिए बातचीत करे। जिससे दोनों राज्यों में पैदा हुए बेमतलब तनाव को खत्म किया जा सके। उन्होंने कहा कि अकाली-भाजपा और कांग्रेस की सरकारों की इस नहर को न बनाने की नीयत पंजाब और हरियाणा में पैदा हुए तनाव के लिए जिम्मेदार हैं। इस मौके आप नेता गुलशन छाबड़ा, ऐडवोकेट नवकिरन सिंह, कैप्टन जी.एस. कंग और जगतार संघेड़ा उपस्थित थे।