पंजाब प्रदेश कांग्रेस समिति के प्रधान कैप्टन अमरिन्दर सिंह द्वारा खुद को ‘मर्द अगम्बड़ा’ कहलवाऐ जाने की आम आदमी पार्टी के सीनियर नेता एचएस फूलका ने कड़ी निंदा की है। ‘मर्द अगम्बड़ा’ शब्द सिर्फ 10वें पातशाही साहिब श्री गुरू गोबिंद सिंह जी के लिए इस्तेमाल किया जाता है। फूलका ने भगवें नेता से नए-नए कांग्रेसी बने नवजोत सिंह सिद्धू की ओर से गुरू गोबिंद सिंह जी के बारे में धार्मिक उसतित को तोड़-मरोड़ कर अपने ऊपर पेश करने की भी जोरदार निंदा की। वर्णनीय है कि सिद्धू ने अमृतसर में एक चुनावी जनसभा में कहा था, जब तक कांग्रेस बहाल न कराउं, सिद्धू नाम न कहाउं। फूलका ने कहा कि धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले ऐसे कारनामों पर कांग्रेस पार्टी और कांग्रेसी नेताओं को शर्म आनी चाहिए। फूलका ने कहा कि पंजाब प्रदेश कांग्रेस समिति के सचिव हरबंस सिंह पंधेर ने बसी पठाना में रैली के दौरान कैप्टन अमरिन्दर को ‘मर्द अगम्बड़ा ’ कहा था, जो कि बहुत ही दुखद और निंदनीय है। फूलका ने कहा कि आगामी विधान सभा चुनाव में अपनी हार को देख कर कांग्रेस की तरफ से बौखलाहट में ऐसा किया जा रहा है।
फूलका ने कहा कि कांग्रेस की ओर से सिक्खों की भावनाओं के साथ खीलवाड़ करके सूबे की शान्ति को भंग करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेसी नेताओं को ऐसे शर्मनाक कारनामों से पहले अपना दिमाग ठिकाने रखना चाहिए। फूलका ने कांग्रेसी नेता नवजोत सिद्धू की तरफ से श्री गुरु गोबिन्द सिंह जी के बारे में धार्मिक उसतित को तोड़-मरोड़ कर अपने खुद पर लागू करने के बारे में कहा कि एक सिक्ख होने के नाते क्या सिद्धू को यह पता नहीं था कि जिस धार्मिक शब्दावली को वह गलत ढंग से पेश कर रहे हैं, वह सिक्खों की ओर से सिर्फ श्री गुरू गोबिन्द सिंह जी की उसतित के लिए इस्तेमाल की जाती है। फूलका ने कहा कि 2014 की लोक सभा चुनाव दौरान बिक्रम सिंह मजीठिया ने भी अरुण जेटली के लिए चुनाव प्रचार करते हुए इसी तरह ही सिक्खों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई थी। फूलका ने कहा कि सिद्धू की ऐसी ब्यानबाजी से पता लगता है कि पंजाब में कांग्रेस खत्म हो चुकी है और राहुल गांधी की तरफ से उसको (सिद्धू को) पंजाब में कांग्रेस की साख बचाने के लिए लाया गया है। फूलका ने कहा कि सिद्धू भी कांग्रेस के डूबते जहाज को पार नहीं उतार सकते। यहां यह वर्णनीया है कि एसजीपीसी प्रधान प्रो. कृपाल सिंह बडूंगर ने सिद्धू के इस कारनामे का गंभीर नोटिस लिया है और सिद्धू को ऐसे शर्मनाक कारनामों से दूर रहने की सलाह दी है।